जालंधर – आदमी पार्टी के जालंधर सेंट्रल से विधायक रमन अरोड़ा को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है। लंबे समय से भ्रष्टाचार के मामले में जेल में बंद अरोड़ा को यह राहत मिलने के बाद उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई है। उनके साथ साथ एटीपी सुखदेव वशिष्ठ को भी जमानत मिल गई है।
मामले के अनुसार विजिलेंस ब्यूरो ने मई माह में विधायक रमन अरोड़ा को गिरफ्तार किया था। उन पर आरोप था कि उन्होंने नगर निगम के असिस्टेंट टाउन प्लानर सुखदेव वशिष्ठ और कुछ अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर अवैध निर्माण पर झूठे नोटिस जारी किए और फिर उन पर कार्रवाई न करने के बदले भारी-भरकम रिश्वत ली। तलाशी के दौरान उनके आवास से नकदी और आभूषण भी बरामद किए गए थे। यही नहीं, जांच में उनके करीबी सहयोगियों और परिवार के कुछ सदस्यों की भूमिका भी सामने आई थी।
गिरफ्तारी के बाद अदालत ने उन्हें पहले 5 दिन और फिर 4 दिन के लिए विजिलेंस रिमांड पर भेजा गया था। इसके बाद चार्जशीट भी दाखिल कर दी गई थी। इस दौरान विपक्षी दलों ने आम आदमी पार्टी सरकार पर भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर सवाल उठाए, वहीं पार्टी के भीतर भी यह मामला चर्चा में रहा।
अब हाईकोर्ट से मिली जमानत ने विधायक रमन अरोड़ा को बड़ी राहत दी है। उनके समर्थकों का कहना है कि यह न्याय की जीत है और राजनीतिक द्वेषवश उन पर झूठे आरोप लगाए गए थे। हालांकि विजिलेंस ब्यूरो का कहना था कि जांच अभी जारी है और कोर्ट में सबूत पेश किए जाएंगे।
उन्हें मुकदमे के दौरान जेल से बाहर रहने की अनुमति मिली है। आगे की सुनवाई में तय होगा कि आरोप कितने मजबूत हैं।