निर्णय लेने की शक्ति हासिल करने के लिए लड़कियों का राजनीति में आना जरूरी: मुख्यमंत्री

 

लुधियाना, 25 मार्च:
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने लड़कियों को आगे आकर राजनीति में हिस्सा लेने का आह्वान किया ताकि वे निर्णय लेने वाली व्यवस्था में सक्रिय भागीदार बनकर समाज में जरूरी और आवश्यक बदलाव ला सकें।
यहां सरकारी कॉलेज फॉर गर्ल्स के वार्षिक दीक्षांत समारोह के दौरान सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के दौर में लड़कियां हर क्षेत्र में लड़कों से आगे हैं, लेकिन राजनीति का क्षेत्र अभी भी इसके विपरीत है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र को अब तक पुरुषों का गढ़ माना जाता रहा है, लेकिन अब समय आ गया है जब महिलाओं को इस क्षेत्र में भी अपनी काबिलियत साबित करनी चाहिए। भगवंत सिंह मान ने कहा कि समानता वाले समाज की रचना और समाज व व्यवस्था के बड़े हित में इस क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बहुत जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह लोकतंत्र के सिद्धांतों को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के साथ-साथ इस क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं को वोट के अधिकार का प्रयोग सोच-समझकर करना चाहिए ताकि उनकी वोट विधानसभा और संसद में सही नेताओं को भेज सके। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इससे पंजाब को देश का अग्रणी, प्रगतिशील और खुशहाल राज्य बनाने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत गर्व की बात है कि आज लड़कियां हर क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक बहुत खुश होते हैं जब वे अपने छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों में नई ऊंचाइयां छूते देखते हैं। छात्राओं को उनके उज्ज्वल और खुशहाल भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए भगवंत सिंह मान ने उम्मीद जताई कि वे आने वाले दिनों में अपने लिए महत्वपूर्ण स्थान बनाएंगी। उन्होंने कहा कि यह लड़कियां खुशकिस्मत हैं कि उनके पास सुमन लता जैसी गतिशील प्रिंसिपल हैं, जो उनके करियर को अच्छे ढंग से तैयार कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने राज्य में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए ठोस प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने आठ महिला अधिकारियों को डिप्टी कमिश्नर नियुक्त किया है और छह को सीनियर सुपरिडेंट ऑफ पुलिस नियुक्त किया है। भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि 18 महिला अधिकारियों को एडीसी नियुक्त किया गया है, जो किसी भी सरकार द्वारा इन प्रतिष्ठित पदों पर तैनात महिलाओं की सबसे अधिक संख्या है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के इतिहास में पहली बार किसी सरकार ने सत्ता में आने के 36 महीनों में युवाओं को रिकॉर्ड 52,000 से अधिक नौकरियां दी हैं। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए बहुत गर्व की बात है कि सभी नौकरियां बिना किसी भ्रष्टाचार या भाई-भतीजावाद के पूरी तरह योग्यता के आधार पर दी गई हैं। भगवंत सिंह मान ने उम्मीद जताई कि ये युवा इन संबंधित विभागों में शामिल होकर राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में सक्रिय भागीदार बनेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया ऐसे उदाहरणों से भरी पड़ी है जहां गरीब पृष्ठभूमि वालों ने अपनी मेहनत और लगन से दुनिया को जीता है। उन्होंने कहा कि लड़कियों को दुनिया भर में अपनी काबिलियत साबित करने के लिए ऐसे उदाहरणों से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस नेक कार्य के लिए उनकी सहायता करेगी। एक उदाहरण देते हुए भगवंत सिंह मान ने कहा कि गुलदस्ते में कई तरह के फूल होते हैं और यही विविधता लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है, जिस कारण वे इसे देखना पसंद करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश का अन्नदाता होने के साथ-साथ पंजाब को देश की खड़ग भुजा होने का भी गर्व प्राप्त है और इसके लोग अपनी हिम्मत और उद्यम की भावना के लिए पूरी दुनिया में जाने जाते हैं। उन्होंने कहा कि इस पवित्र धरती के हर कोने को महान गुरुओं, संतों, पीरों और शहीदों का स्पर्श प्राप्त है, जिन्होंने हमें जुल्म और अन्याय का विरोध करने का रास्ता दिखाया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब को समृद्ध संस्कृति और विरासत विरासत में मिली है और पंजाबी अपनी गर्मजोशी भरी मेहमाननवाजी के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं।
मुख्यमंत्री ने दोहराया कि साधारण परिवार से होने और लोगों की भलाई के लिए अथक मेहनत करने के कारण पारंपरिक पार्टियां उनसे ईर्ष्या करती हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन पारंपरिक पार्टियों के नेता शासन को अपना ईश्वरीय अधिकार समझते थे, जिस कारण वे यह पचा नहीं पा रहे कि एक आम आदमी राज्य को कुशलता से चला रहा है। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने लंबे समय तक लोगों को मूर्ख बनाया है, लेकिन अब लोग इनके भ्रामक प्रचार में नहीं आएंगे।
मुख्यमंत्री ने लुधियाना के साथ अपनी लंबी साझेदारी को याद किया, जब 1990 के दशक की शुरुआत में वे एक कलाकार के रूप में संघर्ष कर रहे थे। उन्होंने लड़कियों को जीवन में असफलताओं के कारण कभी हौसला न हारने और निराश न होने के लिए प्रेरित किया और कहा कि यही मुश्किलें इंसान की तरक्की के लिए असल में सीढ़ियां होती हैं। भगवंत सिंह मान ने उन्हें नम्र रहने और कड़ी मेहनत व समर्पण की भावना के साथ जीवन में सफलता के लिए कड़ी मेहनत करने का आह्वान किया।

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