पंचायत चुनाव के नतीजे आ गए हैं। इसी बीच बठिंडा के बाबा जीवन सिंह गांव में कंचन नाम की लड़की सबसे कम उम्र में सरपंच बन गई है। नवनियुक्त सरपंच कंचन ने कहा कि ग्रामीणों ने उनका बहुत सहयोग किया है, वह ग्रामीणों की बहुत आभारी हैं। प्रतियोगिता बहुत कठिन थी, इसके लिए ग्रामीणों को धन्यवाद, जिन्होंने युवा पीढ़ी को मौका दिया। गांव में 30-35 साल से विकास कार्य रुके हुए हैं, उन्हें अब पूरा कराया जाएगा। ग्रामीणों की सभी समस्याओं का समाधान किया जाएगा।
इस मौके पर ग्रामीणों ने कहा कि नवनिर्वाचित सरपंच से हमें काफी उम्मीदें हैं। हमें उम्मीद है कि हमारा गांव जो विकास में बहुत पीछे है, जहां न गलियां हैं, न नालियां हैं, न सड़कें हैं और न ही गांव में पंचायत घर है, यह सरंपच उन कार्यों को पूरा करेगी। ग्रामीणों ने कहा कि पिछले 35 वर्षों से ग्रामीण नरक भरा जीवन जी रहे हैं। कई वर्षों से न तो तालाबों से पानी की निकासी हुई है और न ही गांव तक जाने वाली सड़क बनी है। इसके साथ ही गांव का पंचायत घर भी ढहने की कगार पर पहुंच गया है।
वैसे तो इस गांव में एक समुदाय है, लेकिन पिछली पंचायतों द्वारा कोई काम नहीं करने के कारण गांव के लोग नरक भरा जीवन जी रहे हैं। इस बार उम्मीद है कि युवा सरपंच गांव के पानी की समस्या को दूर करेंगे और गांव के जल निकासी वाले तालाबों को साफ सुथरा बनाएंगे। इस मौके पर ग्रामीणों ने कहा कि गलियां व नालियां पक्की होनी चाहिए, यही सबसे बड़ा मुद्दा है।