तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने जत्थेदार पद से इस्तीफा दे दिया है। इस बात की जानकारी उन्होंने एक वीडियो जारी कर दी। इस बीच वह भावुक होते नजर आए। उन्होंने आरोप लगाया कि विरसा सिंह वल्टोहा द्वारा उन्हें धमकियां दी जा रही हैं। यहां तक कि व्यक्तिगत हमलों के संदेश भी भेजे जा रहे हैं। उनके परिवार को भी निजी हमलों में घसीटा जा रहा है। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि उन्होंने अपना इस्तीफा शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को सौंप दिया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इतना कुछ होने के बावजूद एसजीपीसी चुप बैठी है।
उधर, श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे दुखद बताया है। उन्होंने कहा है कि सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह के परिवार ने बच्चों को लेकर जो टिप्पणी की है, वह भी बेहद दुखद है। बच्चों और परिवार को लेकर की गई टिप्पणियाँ ग़लत हैं। विरसा सिंह वल्टोहा द्वारा जत्थेदार के खिलाफ पोस्ट डालकर जो किया जा रहा है, वह गलत है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह सरोमणि कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी से अनुरोध करते हैं कि वह इस्तीफा स्वीकार न करें। मैं ज्ञानी हरप्रीत सिंह से अपना इस्तीफा वापस लेने की अपील करता हूं। अगर ज्ञानी हरप्रीत सिंह का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया तो दास को भी श्री अकाल तख्त साहिब के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। यह पहली बार हुआ है कि पंथ के भीतर किसी जत्थेदार के बच्चों और परिवार के बारे में गलत टिप्पणियाँ की गई हैं।