चंडीगढ़, 15 मई:
राज्य से नशों के खात्मे के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के दिशा-निर्देशों पर शुरू की गई मुहिम “युद्ध नशों विरुद्ध” को 75वें दिन भी जारी रखते हुए पंजाब पुलिस द्वारा आज राज्य भर के बस अड्डों पर घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाया गया।
यह ऑपरेशन डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देशों पर सभी 28 पुलिस जिलों में चलाया गया।
इस राज्य स्तरीय ऑपरेशन की व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहे स्पेशल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (स्पेशल डीजीपी) कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने कहा कि सभी सीपीज़/एसएसपीज़ को इस ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (एसपी) रैंक के अधिकारियों की निगरानी में भारी पुलिस बल तैनात करने के लिए कहा गया था।
उन्होंने बताया कि राज्य भर के सभी बस अड्डों पर चलाए गए इस ऑपरेशन के दौरान संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की गई।
इसके अलावा, पुलिस टीमों ने नशों के विरुद्ध अपनी मुहिम को जारी रखते हुए आज 486 स्थानों पर छापेमारी की है, जिसके चलते राज्य भर में 83 एफआईआर दर्ज की गईं और 124 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इसके साथ, 75 दिनों में गिरफ्तार किए गए नशा तस्करों की कुल संख्या 11,208 हो गई है।
स्पेशल डीजीपी ने बताया कि छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किए गए नशा तस्करों के कब्जे से 4.02 किलोग्राम हेरोइन, 2.5 किलोग्राम अफीम और 27090 रुपये की ड्रग मनी बरामद की गई है।
उन्होंने बताया कि 87 राजपत्रित अधिकारियों की निगरानी में 1200 से अधिक पुलिस मुलाजिमों वाली 200 से अधिक पुलिस टीमों ने राज्य भर में छापेमारी की और दिन भर चले इस ऑपरेशन के दौरान 481 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की।
नशों के विरुद्ध मुहिम के हिस्से के रूप में, गुरदासपुर में गांव डीड़ा सांसीया में जल संसाधन विभाग की जमीन पर गैर-कानूनी तौर पर बनाए गए दो नशा तस्करों बलजिंदर और लखविंदर के घरों पर बुलडोजर चलाया गया। इस मौके पर सीनियर सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (एसएसपी) गुरदासपुर आदित्य ने कहा कि दोनों मुलजिम, जिनका घर ढहा दिया गया है, आपराधिक पृष्ठभूमि वाले हैं। उन्होंने बताया कि दोषी बलजिंदर के विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट और आबकारी एक्ट के तहत 10 एफआईआर और दोषी लखविंदर के विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट और आबकारी एक्ट के तहत 12 एफआईआर दर्ज हैं।
स्पेशल डीजीपी ने कहा कि पंजाब पुलिस द्वारा व्यापक रणनीति तैयार की गई है और राज्य से नशे के पूर्ण खात्मे तक ऐसे ऑपरेशन जारी रहेंगे।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने राज्य से नशों के पूर्ण खात्मे के लिए तीन-पक्षीय रणनीति – इंफोर्समेंट, डीएडिक्शन और प्रिवेंशन (ईडीपी) – लागू की है और पंजाब पुलिस ने इस रणनीति के ‘डीएडिक्शन’ हिस्से के रूप में 116 व्यक्तियों को नशा छुड़ाओ और पुनर्वास के लिए प्रेरित किया है।
इस दौरान, पंजाब पुलिस ने राज्य की जेलों में किसी भी गैर-कानूनी गतिविधियों को रोकने के लिए छह जिलों – कमिश्नरेट जालंधर, होशियारपुर, एसबीएस नगर, जालंधर देहाती, कपूरथला और रूपनगर – की विभिन्न जेलों में भी तलाशी अभियान चलाया। स्पेशल डीजीपी अर्पित शुक्ला ने कहा, “हमारी पुलिस टीमों द्वारा जेल परिसर में बैरकों, रसोई और शौचालयों सहित हर कोने और कोने की अच्छी तरह से तलाशी ली गई है।”