कर्नाटक में सैकड़ों मतदाता पहचान पत्रों में मकानों का एक ही पता ‘जीरो’ दर्ज होने से मचे बवाल के बीच चुनाव आयोग कुछ परिस्थितियों में नोशनल नंबर देना खत्म करने जा रहा है। इसके लिए मतदाता के पते के बारे में नए फॉर्मेट पर विचार किया जा रहा है, ताकि काल्पनिक नंबर देने की मजबूरी खत्म हो जाए।
इसके तहत वोटर आईडी में मकान नंबर डालने की अनिवार्यता समाप्त करना भी शामिल है। मकान नंबर की जगह आधार नंबर डालने को भी विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है। गौरतलब है कि कांग्रेस ने बड़ी संख्या में मकानों को नंबर 00 या 77777 या 9999 देने को राजनीतिक मुद्दा बनाया हुआ है।
लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक की वोटर लिस्ट में ऐसे कई पते दिखाए थे, जिनके आगे यही नंबर लिखे हुए थे। इसके बाद ऐसे वोटर्स को लेकर नई बहस छिड़ गई थी। चुनाव आयोग पर भी सवाल उठ रहे थे।