चंडीगढ़, 2 जनवरी: मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान के दूरअंदेशी और सहृदय नेतृत्व में पंजाब के उच्च शिक्षा विभाग ने राज्य में उच्च शिक्षा को प्रफुलिल्त करने के मद्देनज़र कई महत्वपूर्ण पहलकदमियां शुरू की है। इन पहलकदमियों का उद्देश्य विद्यार्थियों को पेशा- प्रमुख कोर्स, रोज़गार और स्व-रोज़गार के अवसर प्रदान करना है।
शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण पहलकदमियों के में बारे बताते हुए उच्च शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि बजट में पेशा-प्रमुख और कौशल आधारित प्रोग्राम के लिए 3.25 करोड़ रुपए अलाट किए गए है। इस प्रोग्राम का उद्देश्य सरकारी कालेजों के विद्यार्थियों को समय के साथी बना कर रोज़गार प्राप्त करने का रास्ता सपाट करना है।
मंत्री ने कहा कि करियर और काउंसलिंग संबंधित यह योजना सरकारी कालेजों के विद्यार्थियों को कॅरियर गाइडैंस और काउंसलिंग प्रदान करना है, जिसके लिए 3.25 करोड़ रुपए का प्रबंध किया गया है।
कैबिनेट मंत्री ने आगे कहा कि इंडस्ट्रियल विजीट एंड एक्सपोजर योजना के बजट में 2 करोड़ रुपए अलाट किए गए है, जिसके अंतर्गत विद्यार्थियों को अलग- अलग उद्योगों के साथ रू-ब-रू करवा कर भविष्य के रोज़गार के लिए तैयार किया जाता है। इस योजना के अंतर्गत पहले ही 33. 44 लाख रुपए जारी किए जा चुके है।
स. बैंस ने आगे कहा कि राजीव गांधी नैशनल यूनिवर्सिटी आफ ला, पटियाला के लिए 8.52 करोड़ रुपए का प्रबंध किया गया है, जिसमें से 5 करोड़ रुपए पहले ही जारी किए जा चुके है। उन्होंने कहा कि वित्तीय साल 2023-24 दौरान गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी ( जी.एन.डी.यू.) अधीन शहीद भगत सिंह चेयर स्थापित की गई थी, इस पहलकदमी के लिए 1 करोड़ रुपए के बजट की व्यवस्था है।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह पहलकदमियां राज्य में उच्च शिक्षा को बढ़ाने के लिए पंजाब सरकार की वचनबद्धता को दर्शाती है। सरकार का उद्देश्य विद्यार्थियों को करियर- अधारित कोर्स और रोज़गार के अवसर प्रदान करवा कर, युवाओं को समर्थ बनाना और आर्थिक विकास को बढ़ाना है।