चंडीगढ़, 12 अप्रैल
आम आदमी पार्टी (आप) ने सुखबीर बादल को फिर से शिरोमणि अकाली दल (शिअद) का अध्यक्ष नियुक्त किए जाने की तीखी आलोचना की है और पार्टी अध्यक्ष की चुनावी प्रक्रिया को एक बड़ा नाटक करार दिया।
‘आप’ पंजाब के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि सुखबीर बादल के नेतृत्व में अकाली दल कभी आगे नहीं बढ़ सकता। आज अकाली दल को नेता नहीं बल्कि पैसे और पावर के बल पर चुना गया एक नकली अध्यक्ष मिला है।
चीमा ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल में अब लोकतंत्र नहीं बचा है। पंजाब की जनता पहले भी उन्हें नकार चुकी है और इतिहास भी उन्हें माफ नहीं करेगा। अब अकाली दल बादल परिवार की एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बन गया है, जिसका जनता की भावनाओं और लोकतांत्रिक मूल्यों से कोई लेना-देना नहीं है।
आप सांसद मलविंदर सिंह कंग ने सुखबीर बादल की आलोचना करते हुए कहा कि पार्टी नेतृत्व को लेकर लंबे समय तक चले नाटक का परिणाम वही हुआ कि जो शुरू से ही स्पष्ट था। उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल का अध्यक्ष पद फिर से बादल परिवार के पास ही रहना गंभीर सवाल खड़े करता है।
कंग ने कहा, “सत्ता में रहने के दौरान बादल परिवार ने पंथ (सिख समुदाय) को धोखा दिया और कई गंभीर पाप किए। उन्होंने पंथक संस्थाओं को काफी नुकसान पहुंचाया और उनकी पवित्रता का भी अनादर किया। इस बार लोगों में एक उम्मीद की किरण जगी जब सुखबीर बादल ने श्री अकाल तख्त साहिब के सामने पेश होकर अपनी गलतियों को सार्वजनिक तौर पर स्वीकार किया। लेकिन बाद के कार्यों ने न केवल तख्त साहिब के जत्थेदारों का अपमान किया, बल्कि श्री अकाल तख्त साहिब की सर्वोच्च सत्ता को भी चुनौती दी, जबकि यह संस्था सिख धर्म की एकता और विश्वास का प्रतीक है।”
कंग ने पंथक सिद्धांतों के साथ विश्वासघात पर प्रकाश डालते हुए कहा, “श्री अकाल तख्त साहिब में शिरोमणि अकाली दल का जन्म पंथक परंपराओं को कायम रखने के लिए हुआ था। फिर भी, इस पार्टी ने जत्थेदारों का अपमान किया, तख्त के अधिकार को कमजोर किया और अपने स्वार्थी एजेंडे को आगे बढ़ाया। पंथ ऐसे कार्यों को कभी माफ नहीं करेगा। पंथक भावनाओं वाले व्यक्तियों के मन में इस घटना से बेहद निराशा हुई है, जो सिखों की रक्षा की उम्मीद के साथ अकाली दल के प्रति दशकों तक वफादार रहें हैं। उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिसने सिख संस्थाओं को अपूरणीय क्षति पहुंचाई है, आज फिर उसी का फिर से अकाली दल पर वर्चस्व कायम हो गया।
कंग ने कहा कि बादल परिवार ने हमेशा सिख समुदाय की अपेक्षा अपनी निजी शक्ति व राजनीतिक लाभ को प्राथमिकता दिया है और अभी भी यह परिवार अपना अस्तित्व बचाए रखने के लिए पंथक मूल्यों का शोषण करना जारी रखे हुए है। कंग ने कहा, “चाहे वह शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) हो या श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार, बादल परिवार इन संस्थाओं का इस्तेमाल केवल अपने फायदे के लिए करता है और उन लोगों को दरकिनार कर देता है जो वास्तव में पंथक सिद्धांतों के साथ खड़े रहे हैं। सुखबीर बादल ने सिर्फ पंथक परंपराओं का अनादर ही नहीं किया है बल्कि उन्होंने दशकों से अकाली दल के प्रति समर्पित कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भावनाओं के साथ विश्वासघात किया है।”
आप सांसद ने दुख जताते हुए कहा कि एक सिख होने के नाते मुझे व्यक्तिगत तौर भी इस घटना से बेहद पहुंचा है कि शिरोमणि अकाली दल अब सिर्फ एक परिवार की निजी संस्था बनकर रह गई है और वह परिवार पार्टी के नाम पर अपने कार्यकर्ताओं और पंथ के साथ लगातार विश्वासघात कर रहा है।
आप प्रवक्ता नील गर्ग ने कहा कि यह बहुत पहले से तय निर्णय की एक घोषणा मात्र है। उन्होंने पार्टी पर बादल परिवार के निरंतर प्रभुत्व की निंदा की तथा इसे वही पुराना “अकाली दल बादल” करार दिया, जिसने अपने शासन के दौरान राज्य में नशीले पदार्थों की बाढ़ लाई, माफिया को बढ़ावा दिया और युवाओं व किसानों की उपेक्षा कर पंजाब को बर्बाद किया। गर्ग ने कहा कि अब पंजाब के लोगों को सच्चाई का पता चल गया है। यहां के लोग जब एक बार किसी को अस्वीकार कर देते हैं, तो वे उसे हमेशा के लिए ही कर देते हैं। आज यह स्पष्ट हो गया है कि बादल परिवार का अब कोई राजनीतिक भविष्य नहीं है।
आप नेता बलतेज पन्नू ने भी सुखबीर बादल पर तीखा प्रहार किया और शिरोमणि अकाली दल को “सन एंड डैड” (एसएडी) प्राइवेट लिमिटेड कंपनी” कहा। उन्होंने कहा कि सन एंड डैड कंपनी ने एक बार फिर अपने मालिक को मैनेजिंग डायरेक्टर (एमडी) चुन लिया है।