लोकसभा चुनाव के चलते सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव प्रचार में जुटी हुई हैं। पार्टी प्रत्याशी जनता को भरमाने के लिए लिए जोर-शोर से प्रचार कर रहे हैं। लेकिन इस चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी फीके नजर आ रहे हैं। क्योंकि पंजाब में किसानों के विरोध के चलते बीजेपी के लिए चुनाव प्रचार करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन भी लग रहा है।
ऐसे ही विरोध प्रदर्शन का शिकार हुए फरीदकोट से बीजेपी उम्मीदवार हंस राज हंस शुक्रवार को जब मोगा के गांव दौलतपुरा पहुंचे तो उनकी हिम्मत हारती नजर आई। यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए हंसराज हंस भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि वह कई बार किसानों से माफी मांग चुके हैं। माफी मांगने के बावजूद उन्हें प्रचार करने नहीं दिया जा रहा और किसान उनका विरोध कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर 1 जून तक वे जिंदा रहे तो जरूर मिलेंगे, नहीं तो मेरी सोच को हमेशा जिंदा रखना।
बता दें कि कुछ दिन पहले बीजेपी प्रत्याशी हंस राज हंस का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह कहते नजर आए थे कि वे (किसान) बिना मार के सुधर नहीं सकते। 1 जून (चुनाव के दिन) के बाद हम आपको बताएंगे कि कोण यहां पे खांसता है। हंस राज हंस के इन बयानों की विरोधियों ने जमकर आलोचना की थी। हालांकि बाद में हंस राज हंस अपने बयान पर सफाई देते भी नजर आए थे।