लुधियाना में एक युवक को कुछ लोगों ने सिगरेट पीने से रोका तो उसे चलती ट्रेन से फेंक दिया गया। इसी बीच युवक के शरीर का निचला हिस्सा निष्क्रिय हो गया। उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गयी। फिलहाल युवक दयानंद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के आईसीयू में भर्ती है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
जानकारी के मुताबिक घटना एक महीने पहले की बताई जा रही है। क्योंकि उस वक्त युवक बयान देने की हालत में नहीं था, अब युवक के बयानों के आधार पर जीआरपी ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। घायल युवक की पहचान जम्मू के ग्रेटर कैलाश निवासी 23 वर्षीय तुषार ठाकुर के रूप में हुई है, जो जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। एक महीने बाद तुषार की तबीयत में सुधार हुआ है तो उसने अपना एक स्टेटमेंट टाइप करके पुलिस को ईमेल के जरिए भेजा है।
बयान में तुषार ने कहा कि वह एसएसबी इंटरव्यू के लिए जम्मू से अहमदाबाद जा रहा थे। इसी दौरान जब वह लुधियाना रेलवे स्टेशन के पास वॉशरूम जाने लगा तो उसने ट्रेन में अपनी ही उम्र के तीन युवकों को सिगरेट पीने से रोका तो युवकों से उसकी बहस हो गई। इसके बाद जब वह वह वॉशरूम से बाहर आया तो तीनों युवकों ने उसे पकड़ लिया और चलती ट्रेन से धक्का दे दिया। जिसके बाद उसे कुछ भी याद नहीं रहा। लेकिन अब जब वह उन युवकों को देखेगा तो तुरंत पहचान लेगा।
इसके साथ ही बयान में युवक ने आगे बताया कि मेरी नाक और गर्दन में फीडिंग और ऑक्सीजन पाइप हैं, जिसकी वजह से मैं कम बोल पाता हूं लेकिन टाइप सही से कर पाता हूं। हादसे के दौरान उसका बैग भी ट्रेन में छूट गया, जिसमें उनके शैक्षणिक प्रमाण पत्र थे।
इसके अलावा तुषार के पिता विरिंदर सिंह का कहना है कि घटना के दौरान तुषार 19 मई को श्री माता वैष्णो देवी कटरा जम्मू एक्सप्रेस से जम्मू से अहमदाबाद जा रहा था। वह एक आर्मी ऑफिसर बनना चाहता था, लेकिन अब शायद वह कभी चल-फिर नहीं पाएगा। उसका जुनून सेना के प्रति अधिक था। अब हम दोषियों के लिए कड़ी से कड़ी सजा चाहते हैं।
घटना को लेकर उधर, एसएचओ जतिंदर सिंह ने बताया कि पिछले एक महीने से जीआरपी ने कई बार तुषार का बयान दर्ज करने की कोशिश की। लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें 6 बार अनफिट घोषित कर दिया। अब शिकायत मिली है तो स्टेशन और आसपास के सीसीटीवी चेक किए जाएंगे। तुषार ने आरोपी का हुलिया बताया है, उससे मिलान कर आरोपी का जल्द पता लगाकर पकड़ लिया जाएगा।