पंजाब में बाढ़ से हालात अभी भी गंभीर हैं। अमृतसर, गुरदासपुर और फिरोजपुर के कई गांवों में रावी और सतलुज का पानी चढ़ा हुआ है। अमृतसर के 140 गांव अभी भी बाढ़ की चपेट में हैं।
मौसम विभाग ने मानसा, संगरूर और बरनाला जिलों में सुबह 9 बजे तक तेज बारिश का फ्लैश अलर्ट जारी किया है। आसपास के इलाकों में भी हल्की बारिश की संभावना है, जिससे राहत कार्यों में मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
हालांकि, अब बारिश का दौर थमने के बाद कई बाढ़ग्रस्त इलाकों में पानी का स्तर कम होने लगा है। फिर भी सतलुज और घग्गर नदी उफान पर हैं।
पंजाब के हालात का जायजा लेने आज केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल आ रहे हैं।
प्रदेश में सबसे अधिक नुकसान इस साल रावी ने पहुंचाया। कई गांवों से बाढ़ का पानी नीचे गिरा है और नुकसान सामने आने लगा है। लोगों के घरों में रेत इकट्ठा हो चुकी है। खेतों में फसलें रेत की चपेट में हैं।
इतना ही नहीं, घरों की हालत काफी दयनीय है। दीवारों पर दरारें आ चुकी हैं। कई छतें गिर चुकी हैं। कच्चे घर रहने लायक नहीं रहे हैं। लोग अब मुआवजे व दोबारा से खुद को पैरों पर खड़ा करने के लिए केंद्रीय व राज्य सरकार की तरफ देख रहे हैं। लेकिन दुखद बात है कि रात से एक बार फिर अमृतसर के रमदास इलाके में रावी का पानी चढ़ने लगा है।