चंडीगढ़–शंभू बॉर्डर पर चल रहे आंदोलन में किसान ने सल्फास निगलकर आत्महत्या कर ली। किसानों के मुताबिक गुरुवार सुबह लंगर स्थल के पास ही किसान ने सल्फास खाई। जैसे ही इस बारे में पता चला तो उसे तुरंत मौके पर प्राथमिक उपचार दिया गया। इसके बाद उसे पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसने दम तोड़ दिया।
किसान रेशम सिंह (55) तरनतारन जिले के पहूविंड का रहने वाला था। किसान नेता तेजबीर सिंह ने कहा कि रेशम शंभू और खनौरी बॉर्डर पर 11 महीने से आंदोलन के बावजूद सरकार की तरफ से इसका समाधान न निकालने से नाराज था।
इससे पहले भी 14 दिसंबर को किसान रणजोध सिंह ने सल्फास निगल लिया था। वह उस दिन दिल्ली कूच न करने देने से नाराज हुआ था। करीब 4 दिन बाद उसकी पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में मौत हो गई थी।