नेशनल : भारत के प्रमुख अर्थशास्त्रियों में से एक, बिबेक देबरॉय, का 69 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनका निधन भारतीय अर्थव्यवस्था और नीति निर्माण के लिए एक गहरा धक्का है। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आर्थिक सलाहकार परिषद के चेयरमैन के रूप में कार्यरत थे, जहां उन्होंने विभिन्न आर्थिक नीतियों और सुधारों पर महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
बिबेक देबरॉय का जन्म 1954 में हुआ था और उन्होंने अपनी शिक्षा प्रतिष्ठित संस्थानों से प्राप्त की। वे भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण विचारक रहे हैं और उनके विचारों का व्यापक प्रभाव पड़ा है। उन्होंने न केवल आर्थिक नीतियों को विकसित करने में योगदान दिया, बल्कि विभिन्न विषयों पर शोध और लेखन भी किया। उनकी प्रमुख कृतियों में कई पुस्तकें और शोध पत्र शामिल हैं, जिनमें भारतीय अर्थव्यवस्था के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गई है। देबरॉय ने पुणे के गोखले राजनीति एवं अर्थशास्त्र संस्थान में कुलाधिपति के रूप में भी कार्य किया। इसके अलावा, वे नीति आयोग के सदस्य के रूप में 5 जून 2019 तक सक्रिय रहे। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण आर्थिक सुधारों में योगदान दिया और भारत की आर्थिक नीति को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।