चंडीगढ़–चंडीगढ़ PGI में अस्पताल कर्मचारियों (हॉस्पिटल अटेंडेंट्स) की हड़ताल से अस्पताल की सेवाओं पर भारी असर पड़ा है। हड़ताल का कारण समान काम और समान वेतन के आदेश के बावजूद बकाया भुगतान न मिलने को बताया गया है। हॉस्पिटल अटेंडेंट यूनियन (HAU) ने प्रशासन की वादाखिलाफी पर विरोध जताते हुए शुक्रवार को भी हड़ताल जारी रखी।
इस हड़ताल से ओपीडी सेवाएं ठप पड़ गईं, और मरीजों को रिपोर्ट्स लेने और जांच कराने के लिए घंटों लाइन में लगना पड़ा। डॉक्टर खुद मरीजों को बुलाकर इलाज करने के लिए मजबूर हो गए। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पीजीआई प्रशासन ने सभी इलेक्टिव सर्जरी रद्द कर दी हैं और मरीजों को नए एडमिशन फिलहाल न करने की सूचना दी है।
पीजीआई के 1600 कॉन्ट्रैक्ट हॉस्पिटल अटेंडेंट्स का आरोप है कि उनके 2018 से 2024 तक के बकाए का भुगतान नहीं किया गया है। कोर्ट के आदेश के बावजूद अभी तक उन्हें 2 से 3 लाख रुपए तक का एरियर नहीं मिला है। कर्मचारियों का कहना है कि वे पिछले 8 महीनों से पीजीआई प्रशासन से मांग कर रहे हैं, लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन ही दिया गया है।