शिक्षा मंत्री ने मेगा पी टी एम के दौरान स्कूल ऑफ एमिनेंस, फेज 11, मोहाली में छात्रों और अभिभावकों से मिले

 

चंडीगढ़ / साहिबज़ादा अजीत सिंह नगर, 29 मार्च, 2025:

पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने आज स्कूल ऑफ एमिनेंस, फेज 11, मोहाली में इस सत्र की अंतिम मेगा पी टी एम (अभिभावक शिक्षक बैठक) की समीक्षा करते हुए कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री श्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के सपनों को पंख देकर जीवन में ऊंचे पदों पर पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि उन्हें अपने जीवन में कभी यह महसूस न हो कि उन्हें सरकारी स्कूलों में पढ़ते समय वह सुविधाएं और सुख-सुविधाएं नहीं मिलीं जो केवल निजी स्कूलों में महंगी फीस देकर मिल सकती हैं।आज यहां मेगा पी टी एम के अवसर पर विद्यार्थियों, उनके अभिभावकों और शिक्षकों के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने न केवल विद्यार्थियों की मन की बात को जाना, बल्कि अभिभावकों की सरकार से अपेक्षाओं को भी जाना। उन्होंने कहा कि एक समय था जब अभिभावक-शिक्षक बैठकें केवल निजी स्कूलों में ही आयोजित की जाती थीं, लेकिन अब पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार ने इसे राज्य के सरकारी स्कूलों में भी एक उत्सव के रूप में आयोजित करना शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष 22 अक्टूबर को आयोजित मेगा पी टी एम में 21 लाख से अधिक अभिभावकों ने भाग लिया था, जबकि दिसंबर 2023 के दौरान यह संख्या 20.55 लाख थी।

शिक्षा मंत्री बैंस ने कहा कि पंजाब में शिक्षा के इतिहास में पहली बार सरकारी स्कूलों के 189 विद्यार्थियों ने जेईई मेन्स प्रतियोगी परीक्षा उत्तीर्ण की है, जो आईआईटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश का आधार है। उन्होंने कहा कि राज्य के स्कूल ऑफ एमिनेंस की 15,000 सीटों के लिए 1.5 लाख आवेदन आ चुके हैं।

उन्होंने कहा कि राज्य में 42 स्कूल ऑफ एमिनेंस और 425 स्कूल ऑफ हैप्पीनेस बनके तैयार हैं, जबकि बिजनेस ब्लास्टर्स तैयार करने के लिए 40 कौशल प्रशिक्षण स्कूल तैयार किए गए हैं। उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों में स्कूली शिक्षा में काफी काम हुआ है, जिसके परिणामस्वरूप 99 प्रतिशत स्कूल चारदीवारी वाले हो गए हैं। अब कोई भी बच्चा ज़मीन पर नहीं बैठता। लड़के और लड़कियों के लिए अलग-अलग स्वच्छ शौचालय/शौचालय की व्यवस्था है। स्वच्छ पीने का पानी है। हमने 17,000 स्कूलों में वाई-फाई तथा लगभग 5,000 स्कूलों में सौर ऊर्जा पैनल लगाए हैं। अधिकांश स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे लगाये जा चुके हैं। पंजाब के 125 स्कूलों में 250 बसें चल रही हैं, जिससे लगभग 10,000 बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं। पंजाब में 500 या अधिक छात्र संख्या वाले विद्यालयों में सुरक्षा गार्ड हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की सरकार ने राज्य में 20 हजार अध्यापक उपलब्ध करवाए हैं। उन्होंने कहा कि सिंगापुर, फिनलैंड, आईआईएम अहमदाबाद में 525 से अधिक शिक्षक विशेष प्रशिक्षण के लिए जा चुके हैं।

उन्होंने कहा कि इस सरकार में बच्चों की यूनिफॉर्म या किताबों की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। नया सत्र अगले सप्ताह शुरू होगा। पहले दिन से ही निःशुल्क पुस्तकें उपलब्ध होंगी। उन्होंने बताया कि इस बार पुस्तकों की छपाई में 27 प्रतिशत की बचत हुई है, जो लगभग 21 करोड़ रुपये है। इन छोटी-छोटी बचतों का उपयोग सरकारी स्कूलों में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि एक समय था जब सरकारी स्कूलों के बारे में केवल नकारात्मक बातें ही सुनने को मिलती थीं, लेकिन आज स्थिति बदल गई है, सरकारी स्कूल शैक्षणिक क्षेत्र के साथ-साथ विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास और खेलों में भी योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार अगले दो वर्षों में शिक्षा सुधारों के लिए पिछले तीन वर्षों की तुलना में अधिक कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर विशेष सचिव स्कूल शिक्षा चर्चिल कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी गिन्नी दुग्गल व स्कूल प्रिंसिपल लवीश चावला भी उपस्थित थे।

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