चंडीगढ़, 21 अप्रैल:
मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार जहां अन्य वर्गों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है, वहीं राज्य के बुजुर्गों, विधवा और बेसहारा महिलाओं, दिव्यांगजनों और बच्चों के कल्याण के लिए लगातार काम कर रही है। इसी दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विभाग द्वारा चलाई जा रही सामाजिक कल्याण की योजनाओं को पूरी पारदर्शिता और प्रभावशाली ढंग से लागू किया जाए।
आज पंजाब सिविल सचिवालय में अपने कार्यालय कक्ष में विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि ये योजनाएं सीधे आम जनता से संबंधित हैं, इसलिए सुनिश्चित किया जाए कि हर हकदार लाभार्थी तक इन योजनाओं का लाभ बिना रुकावट पहुंचे।
उन्होंने विभाग द्वारा चलाई जा रही मुख्य योजनाओं जैसे कि वृद्धावस्था पेंशन, विधवा एवं बेसहारा महिलाओं, दिव्यांगजनों और बेसहारा बच्चों के लिए दी जाने वाली वित्तीय सहायता आदि पर विस्तृत चर्चा की। मंत्री ने साफ किया कि ये योजनाएं हाशिए पर पड़े लोगों के लिए जीवन यापन का साधन हैं और उन्हें लागू करने में लापरवाही बरतने वाले किसी भी अधिकारी या कर्मचारी के साथ रियायत नहीं की जाएगी।
डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि सामाजिक सुरक्षा योजनाएं सिर्फ आर्थिक सहायता का साधन नहीं, बल्कि ये लोगों की आत्म-गरिमा से जुड़ी हुई हैं। सरकार की कोशिश है कि हर जरूरतमंद व्यक्ति को समाज में एक इज्जतदार जीवन जीने का अधिकार मिले। उन्होंने कहा कि जब जरूरतमंदों तक सरकारी लाभ पहुंचते हैं तो न केवल उनके जीवन में सुधार आता है, बल्कि समूह समाज में भरोसे और विश्वास का माहौल भी बनता है।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार पंजाब को “रंगला पंजाब” बनाने के लिए हर संभव यत्न कर रही है और सामाजिक सुरक्षा विभाग की योजनाएं इस विजन की प्राप्ति में अहम भूमिका निभा रही हैं।
इस बैठक में सामाजिक सुरक्षा महिला एवं बाल विकास विभाग के विशेष मुख्य सचिव राजी पी. श्रीवास्तव, निदेशक डॉ. शेना अग्रवाल, विशेष सचिव विम्मी भुलर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।