पंजाब में एक बार डॉक्टरों ने चार दिन की हड़ताल की घोषणा की है। आज हड़ताल का पहला दिन है और पहले दिन ही ओपीडी सेवाएं बंद कर दी गई हैं। हालांकि, इस दौरान केवल आपातकालीन सेवाएं ही चालू रहेंगी। दरअसल, अपनी जायज मांगों को लेकर पंजाब भर के सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं बंद रखकर चार दिनों की हड़ताल का ऐलान किया गया है। इससे पहले भी डॉक्टर तीन दिनों तक लगातार हड़ताल पर थे और सुबह 9 बजे से 11 बजे तक ओपीडी सेवाएं बंद थीं। लेकिन अब डॉक्टरों ने पूरे दिन ओपीडी सेवाएं बंद रखने का फैसला किया है।
इस संबंध में डॉक्टरों का कहना है कि विभाग के अधिकारियों से हमारी बातचीत जरूर चल रही है, लेकिन हर बार वे हमें एक मीठी गोली दे देते हैं और उसके बाद कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया जाता। डॉक्टरों ने कहा कि हमारी सरकार के साथ बैठक हो चुकी है, वो हमारी मांगें मानने को तैयार हैं, लेकिन वो हमें लिखित में नहीं दे रहे हैं, जिसके चलते उन्होंने आज हड़ताल शुरू की है। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो हम आने वाले दिनों में भी हड़ताल जारी रखेंगे।
वहीं जब महिला डॉक्टरों से मांगों के बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि सुरक्षा का बड़ा मुद्दा है, अगर अस्पताल में सुरक्षा नहीं होगी तो वे सेवाएं कैसे देंगी। हम कोई गैरकानूनी मांग नहीं कर रहे हैं, बल्कि हमारी सभी मांगें बिल्कुल जायज हैं। आपातकालीन सेवांए पूरी तरह से चालू हैं, जच्चा बच्चा अवार्ड में भी हम सेवाएँ दे रहे हैं और ऑपरेशन आदि भी लगातार जारी हैं। इन सेवाओं में किसी भी प्रकार का व्यवधान नहीं आने दिया जा रहा है। अगर सरकार ने हमारी मांग नहीं मानी तो ओपीडी सेवाएं इसी तरह बंद रहेंगी।