समाज के विभिन्न वर्गों से सीधे फीडबैक प्राप्त करने के लिए चल रहे ग्राउंड-ज़ीरो दौरे के हिस्से के रूप में, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने बुधवार को लुधियाना में उद्योगपतियों के साथ अनौपचारिक बातचीत की। इस बातचीत का लक्ष्य सार्वजनिक सुरक्षा सुधारों पर चर्चा करना और सुझाव प्राप्त करना था। इस दौरान डीजीपी ने कहा कि लुधियाना एक औद्योगिक केंद्र है, हम इसे बेहतर कानून व्यवस्था देकर राज्य का सबसे सुरक्षित शहर बनाना चाहते हैं। आने वाले दिनों में आपको बहुत बड़ा सुधार देखने को मिलेगा।
दरअसल, डीजीपी गौरव यादव ने आज लुधियाना के कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) फंडिंग के जरिए सिटी पीसीआर (पुलिस कंट्रोल रूम) में जोड़े गए 14 नए वाहनों को हरी झंडी दिखाने पहुंचे थे। हालांकि इस अवसर पर उन्होंने पुलिस लाइन लुधियाना में पुनर्निर्मित राजपत्रित अधिकारी (जीओ) मेस का भी उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि इन नये 14 वाहनों के साथ पी.सी.आर बेड़े की कुल क्षमता बढ़कर 71 हो गई है।
बैठक के दौरान डीजीपी गौरव यादव ने उद्योगपतियों से अनौपचारिक बातचीत में शहर की कानून व्यवस्था को लेकर सीधा फीडबैक लिया। उन्होंने शहर में पुलिस बल, सीसीटीवी कैमरों की कमी, बड़े खतरों के रूप में उभर रहे साइबर अपराध और धोखाधड़ी, ट्रैफिक जाम, रात्रि सुरक्षा आदि उद्योगपतियों की अधिकतर समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर डी.जी.पी के साथ पुलिस कमिश्नर लुधियाना कुलदीप चहल और लुधियाना रेंज की पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) धनप्रीत कौर भी मौजूद रहीं।