डीजीपी गौरव यादव द्वारा जालंधर और अमृतसर में ‘नाइट डॉमिनेशन’ ऑपरेशन का नेतृत्व, नाकों और पुलिस थानों का किया निरीक्षण

 

चंडीगढ़, 12 अप्रैल:


मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशानुसार, बैसाखी पर्व के मद्देनज़र सार्वजनिक सुरक्षा को मज़बूत करने और सख्ती से कानून लागू करने को सुनिश्चित करने के लिए, पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने शुक्रवार और शनिवार की दरम्यानी रात को राज्यव्यापी ‘नाइट डॉमिनेशन’ ऑपरेशन के तहत जालंधर और अमृतसर ज़िलों में औचक चेकिंग की। देर रात की गई इस चेकिंग का उद्देश्य पुलिस की तैयारियों का मूल्यांकन करना, अपराध-रोधी प्रणालियों को मज़बूत करना और पुलिस-जनता संबंधों को सुदृढ़ करना था।यह कार्रवाई राज्य के सभी 28 पुलिस जिलों में रात 10 बजे से सुबह 4 बजे तक एक साथ की गई। पंजाब पुलिस मुख्यालय से विशेष डीजीपी/एडीजीपी/आईजीपी/डीआईजी स्तर के अधिकारियों को प्रत्येक पुलिस ज़िले में इस ऑपरेशन की निगरानी के लिए व्यक्तिगत रूप से तैनात किया गया था। इसी तरह, सीपी/एसएसपी को विभिन्न नाकों पर वाहनों और संदिग्ध व्यक्तियों की जांच, रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर चेकिंग, रणनीतिक स्थानों पर गश्त टीमों की निगरानी आदि कार्यों के लिए अधिकतम फोर्स जुटाने के निर्देश दिए गए थे।

अपने दौरे के दौरान डीजीपी गौरव यादव ने विशेष चौकियों का निरीक्षण किया, नाकाबंदी ऑपरेशनों की समीक्षा की और ज़मीनी स्तर पर पुलिसिंग को प्रभावशाली बनाने के लिए पुलिस थानों का दौरा किया।

जालंधर में उन्होंने पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (पीआईएमएस) के पास अपनी निरीक्षण प्रक्रिया शुरू करते हुए वाहनों की जांच प्रक्रिया का मूल्यांकन किया और अधिकारियों व नागरिकों से बातचीत की। ऑपरेशनों की निगरानी के लिए उन्होंने अर्बन एस्टेट स्थित पुलिस डिवीजन नंबर 7 और जालंधर छावनी स्थित दशहरा ग्राउंड के पास चौकी का भी दौरा किया।

पुलिस कमिश्नर, जालंधर धनप्रीत कौर के साथ डीजीपी ने लोगों से सीधा फीडबैक लिया, जिसमें जनता ने पुलिस की कार्यप्रणाली में गहरा विश्वास जताया। उन्होंने कहा कि मुझे यह देखकर खुशी हो रही है कि पुलिस की सक्रियता से नागरिक स्वयं को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस पारदर्शिता और जवाबदेही बनाए रखते हुए लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वचनबद्ध है।

मीडिया से बात करते हुए डीजीपी गौरव यादव ने पंजाब की सीमावर्ती स्थिति को लेकर कहा कि पाकिस्तान स्थित आईएसआई जैसी विदेशी एजेंसियां राज्य की शांति और सौहार्द को भंग करने के लगातार प्रयास कर रही हैं।

उन्होंने कहा कि जब से पंजाब सरकार ने ‘ युद्ध नशों विरुद्ध’ मुहिम के तहत आक्रामक मुहिम शुरू की है, तब से सीमा पार के नशा सिंडिकेट राज्य को अस्थिर करने की लगातार कोशिशें कर रहे हैं। उन्होंने दोहराया कि हमारी आक्रामक रणनीति ने नशों की उपलब्धता को काफी हद तक कम कर दिया है और हम इस खतरे का पूरी तरह से खात्मा करके ही दम लेंगे।

इसके बाद डीजीपी ने नाइट पुलिसिंग की निगरानी के लिए अमृतसर का भी दौरा किया और अधिकारियों को बैसाखी पर्व से पहले सतर्क रहने के निर्देश दिए। सीपी अमृतसर गुरप्रीत सिंह भुल्लर के साथ उन्होंने पुलिस कर्मियों को समाज विरोधी तत्वों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए।

नाइट डॉमिनेशन ऑपरेशन का विवरण साझा करते हुए विशेष डीजीपी (कानून और व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने बताया कि 221 राजपत्रित अधिकारियों के नेतृत्व में 6,500 से अधिक पुलिसकर्मियों की 1,000 से अधिक टीमों को राज्यभर में तैनात किया गया। उन्होंने आगे बताया कि राज्यभर के संवेदनशील और रणनीतिक स्थानों पर कुल 651 सख्त नाके लगाए गए।

विशेष डीजीपी ने बताया कि इस ऑपरेशन के दौरान पुलिस टीमों ने 48 अपराधियों को गिरफ्तार कर 26 एफआईआर दर्ज की हैं। इसके साथ ही पुलिस टीमों ने संदिग्ध व्यक्तियों और उनके दस्तावेजों की भी जांच की।

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