मुख्यमंत्री मान के नेतृत्व वाली सरकार के पंजाब में सज़ग माहौल बनाने के कारण विकास को मिला बढ़ावा: गुरमीत सिंह खुड्डियां

 

चंडीगढ़, 31 मई

पंजाब के कृषि और किसान कल्याण मंत्री स. गुरमीत सिंह खुड्डियां ने बताया कि पंजाब की मार्केट में बड़ा उछाल देखने को मिल रहा है क्योंकि पंजाब मंडी बोर्ड की तरफ से हाल ही में करवाई गई ई-नीलामी के आंकड़ों से अनुसार इसने केवल छह महीनों में प्लाटों की ई-नीलामी के द्वारा 324 करोड़ रुपए कमाऐ हैं।

इस वृद्धि का श्रेय मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की राज्य में व्यापार के लिए अनुकूल माहौल सृजित करने की वचनबद्धता को जाता है, जिससे पारदर्शिता आई है और सभी को मुकाबले के समान मौके मिल रहे हैं। उन्होंने बताया कि पंजाब मंडी बोर्ड ने दिसंबर 2024 से मई 2025 तक राज्य की अलग-अलग मंडियों में 720 प्लाटों की ई-नीलामी करके एक बड़ा मील पत्थर स्थापित किया है, जिससे मंडी बोर्ड ने 324 करोड़ रुपए का राजस्व एकत्रित किया है।

स. गुरमीत सिंह खुड्डियां ने बताया कि पंजाब मंडी बोर्ड की ई-नीलामी को व्यापारियों द्वारा भरपूर समर्थन मिला है और सिर्फ़ मई 2025 में ही 124 करोड़ रुपए की कीमत के 211 प्लाट बेचे गए हैं। इस ई-नीलामी में लुधियाना में 97, कोटकपूरा में 30, कुराली में 27, तलवंडी भाई में 23, महतपुर में 18, मोहाली में छह, राजपुरा में पाँच और फगवाड़ा में पाँच प्लाटों की बिक्री शामिल है।

कृषि मंत्री ने आगे बताया कि मंडी बोर्ड ने दिसंबर 2024 में 28 करोड़ रुपए में 48 प्लाट, जनवरी 2025 में 48 करोड़ रुपए में 66 प्लाट, फरवरी में 53 करोड़ रुपए में 139 प्लाट, मार्च 2025 में 71 करोड़ रुपए में 256 प्लाटों की नीलामी की।

मंडी बोर्ड के चेयरमैन स. हरचन्द सिंह बरसट ने कहा कि यह पहलकदमी पंजाब मंडी बोर्ड द्वारा अपनी जायदादों की कुशलता के साथ प्रयोग करते हुये राजस्व जुटा कर मंडियों के बुनियादी ढांचे को और मज़बूत करने की कोशिशों का हिस्सा है।

स. हरचन्द सिंह बरसट ने कहा कि पंजाब मंडी बोर्ड ने पारदर्शिता और आधुनिक प्रौद्यौगिकी को अपना कर बोली के लिए एक प्रतियोगी और सुरक्षित माहौल यकीनी बनाने के लिए अपनी ई-नीलामी प्रक्रिया को और ज्यादा कुशल बनाया है। यह पहुँच पारदर्शिता को उत्साहित करते हुये बोली प्रक्रिया में व्यापारियों की अधिक से अधिक भागीदारी को यकीनी बनाती है। उन्होंने कहा कि ई-नीलामी प्रक्रिया व्यापारियों को प्रभावशाली और कुशल ढंग के साथ हिस्सा लेने की अनुमति देती है। उन्होंने कहा कि ई-नीलामी प्रक्रिया में प्रौद्यौगिकी के प्रयोग ने इसको और ज्यादा सुचारू बना दिया है, जिससे यह भागीदारों के लिए और ज्यादा पहुंचयोग और भरोसेमन्द बन गई है।

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