फरीदकोट-पंजाब में फरीदकोट के मिनी सचिवालय में संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर किसान संगठनों ने डिप्टी कमिश्नर ऑफिस के सामने राज्य सरकार के खिलाफ धरना दिया। इस दौरान कुछ दिन पहले खनौरी और शंभू बॉर्डर पर चल रहे किसान मोर्चे को जबरन खत्म करवाए जाने की सख्त शब्दों में निंदा की गई और मोर्चे खत्म करवाते समय किसानों के क्षतिग्रस्त व चोरी हुए सामान की भरपाई करने की मांग रखी गई।
धरने के दौरान संयुक्त किसान मोर्चे ने दावा किया कि किसान संगठनों के दबाव के बाद ही राज्य सरकार ने विभिन्न स्थानों से गिरफ्तार किसान नेताओं को शुक्रवार सुबह ही रिहा कर दिया था। इस मौके पर किसान नेताओं बिंदर सिंह गोलेवाला, राजिंदर सिंह दीप सिंह वाला,गुरमीत सिंह ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा केंद्र सरकार के इशारे पर किसानों पर जुल्म किया जा रहा है।
खनौरी और शंभू बॉर्डर पर की गई कार्रवाई भी उसी का नतीजा है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने सत्ता में आने से पहले खुद को किसान हितैषी बताने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी और सत्ता में आने के बाद यह सरकार किसानों की कोई बात सुनने को तैयार नहीं है।
इस मौके पर बातचीत करते हुए किरती किसान यूनियन के प्रांतीय महासचिव राजिंदर सिंह दीप सिंह वाला ने कहा कि जब तक खनौरी और शंभू बॉर्डर पर किसानों के क्षतिग्रस्त और चोरी हुए सामान की भरपाई नहीं की जाती तब तक वह पंजाब सरकार को चैन से नहीं बैठने देंगे और आने वाले दिनों में किसान संघर्ष को और तेज किया जाएगा।
