अमृतसर–शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) अंतरिम कमेटी की बैठक में सुखबीर सिंह बादल पर हमला करने वाला नारायण सिंह चौड़ा को पंथ से छेकने (पंथ निकाला) की मांग रख दी है। बैठक के बाद एसजीपीसी प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने पुलिस के रवैये को नकारात्मक बताया। लेकिन, अंतरिम कमेटी के सदस्य जसवंत सिंह ने इसका विरोध कर दिया है।
एडवोकेट धामी ने कहा कि नारायण सिंह चौड़ा ने सुखबीर सिंह बादल पर हमला किया, ये निंदनीय है। कमेटी ने फैसला किया कि नारायण सिंह चौड़ा को पंथ से छेक दिया जाए। इस हमले के साथ गोल्डन टेंपल की डियोढी पर गोली लगी है। ये श्री अकाल तख्त साहिब की तौहीन है। अंतरिम कमेटी महसूस करती है कि संगत में डर का माहौल पैदा हुआ है।
वहीं, कमेटी के सदस्य जसवंत सिंह ने कहा कि नारायण सिंह चौड़ा का जीवन संघर्ष वाला रहा है। जांच का विषय तो ये है कि उसने ये कदम उठाया क्यों? ऐसे में पंथक संगठन होते हुए सीधा उसे पंथ से निकालने की मांग कर देना गलत है। हमें इस पर विचार करने की जरूरत है, नाकि उसे पंथ से निकालने की।