पिछले सप्ताह म्यांमार में चक्रवात यागी और मानसूनी बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन के बाद कम से कम 226 लोगों की मौत हो गई है और 77 लोग लापता हैं। सरकारी मीडिया ने मंगलवार को यह जानकारी दी। इन आंकड़ों के बाद दक्षिण पूर्व एशिया में तूफान से मरने वालों की संख्या 500 के पार पहुंच गई है। प्रभावित इलाकों में संचार संबंधी दिक्कतें हैं, जिसके कारण मृतकों की संख्या का पता लगाने का काम धीमी गति से चल रहा है।
आसियान मानवतावादी सहायता समन्वय केंद्र के अनुसार, टाइफून यागी ने सबसे पहले वियतनाम, उत्तरी थाईलैंड और लाओस को प्रभावित किया। वियतनाम में लगभग 300, थाईलैंड में 42 और लाओस में चार लोग मारे गये। उन्होंने बताया कि फिलीपींस में 21 लोगों की मौत हो गई है और 26 अन्य लापता हैं। इस साथ ही मानवीय मामलों के संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने सोमवार को कहा कि म्यांमार में बाढ़ से अनुमानित 631,000 लोग प्रभावित हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने कहा कि सितंबर की शुरुआत तक म्यांमार में पहले से ही 34 लाख लोग विस्थापित हो चुके थे, जिनमें से अधिकांश युद्ध और अशांति के कारण विस्थापित हुए थे।
म्यांमार एलिन रिलीफ की एक रिपोर्ट के अनुसार, तूफान और मानसून की बारिश के कारण म्यांमार में व्यापक बाढ़ आई, विशेष रूप से मध्य और पूर्वी क्षेत्रों के साथ-साथ राजधानी नेपीताव में भी 160,000 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए और बाढ़ पीड़ितों के लिए 438 अस्थायी आश्रय स्थल क्षतिग्रस्त हो गए शिविर खोले गए हैं।