गुरदासपुर से संसद मैंबर सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सरकारी अधिकारियों की मौजूदगी में उनका और उनके सहयोगियों का अपमान करने के लिए उपायुक्त ओमा शंकर गुप्ता के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव लाया है। उन्होंने एसपी (मुख्यालय) जुगराज सिंह, एडीसी (विकास) गुरप्रीत सिंह भुल्लर और एडीसी (जनरल) सुरिंदर सिंह को गवाह बनाया है। घटना के वक्त ये सभी अधिकारी डीसी ऑफिस में मौजूद थे।
सुखजिंदर सिंह रंधावा ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र भेजकर अपने फैसले की जानकारी दी है। बता दें कि सुखजिंदर रंधावा, गुरदासपुर के कांग्रेस विधायक बरिंदर मीत सिंह पाहड़ा, प्रताप बाजवा, त्रिपत राजिंदर सिंह बाजवा समेत अन्य कांग्रेसियों ने धरना दिया, जिसके बाद वे डीसी से मिलने पहुंचे।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं की शिकायत थी कि पंचायत चुनाव के मद्देनजर प्रशासन उन्हें अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) नहीं दे रहा है। यदि कोई उम्मीदवार पंचायत चुनाव लड़ना चाहता है तो उसके लिए एनओसी एक अनिवार्य दस्तावेज है। रंधावा और पाहड़ा की डीसी के साथ करीब आधे घंटे तक नोकझोंक चलती रही। हालांकि, अफरा तफरी के दौरान तृप्त बाजवा और प्रताप बाजवा ने संयम बनाए रखने की कोशिश की। रंधावा ने आरोप लगाया कि डीसी ने उन्हें कार्यालय छोड़ने के लिए कहा। हालांकि, अफरा तफरी के दौरान तृप्त बाजवा और प्रताप बाजवा ने संयम बनाए रखने की कोशिश की। रंधावा ने आरोप लगाया कि डीसी ने उन्हें कार्यालय छोड़ने के लिए कहा।