चंडीगढ़, 21 जुलाई:
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कपड़ा उद्योग, बागवानी, शिक्षा, खेल सामग्री, लाइट इंजीनियरिंग, साइकिल निर्माण, रक्षा और अन्य प्रमुख क्षेत्रों में ब्रिटेन के साथ मजबूत संबंध स्थापित करने की आवश्यकता पर बल दिया है।
ब्रिटिश डिप्टी हाई कमिश्नर कैरोलिन रोवैट ने आज मुख्यमंत्री से उनके सरकारी आवास पर भेंट की। इस दौरान पंजाब और ब्रिटेन के पुराने संबंधों का ज़िक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में पंजाबी समुदाय का महत्वपूर्ण योगदान है।
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से उपरोक्त क्षेत्रों के विकास को लेकर व्यापक समझौतों के महत्त्व को रेखांकित किया और पंजाब एवं ब्रिटेन की सरकारों के बीच एक संरचित संवाद प्रणाली विकसित करने की वकालत की। उन्होंने कहा कि ऐसी प्रणाली दोनों पक्षों के बीच ज्ञान और कौशल के आदान-प्रदान को और अधिक सहज बनाएगी जिससे विकास और समृद्धि को बल मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब और ब्रिटेन के बीच विशेषकर सहयोग वाले क्षेत्रों में साझेदारी की अपार संभावनाएं मौजूद हैं। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि निरंतर संवाद दोनों पक्षों के लिए लाभदायक रहेगा।
एक अन्य महत्वपूर्ण मुद्दा उठाते हुए भगवंत सिंह मान ने कहा कि धोखेबाज वीज़ा एजेंट युवाओं का शोषण करते हैं जो उन्हें सुनहरे सपने दिखाकर अपने जाल में फंसा लेते हैं। उन्होंने कहा कि ये एजेंट झूठे वादे करते हैं और गैर-कानूनी साधनों का उपयोग करते हैं, जिससे कई परिवार आर्थिक और भावनात्मक संकट का सामना करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये एजेंट अक्सर सब्ज़बाग दिखाकर झूठा भरोसा देते हैं, जिससे अंततः युवाओं पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ता है।
मुख्यमंत्री ने ब्रिटिश हाई कमिशन की ‘वीज़ा फ्रॉड से बचाव’ मुहिम और इसके व्हाट्सएप चैटबॉट की शुरुआत की सराहना की, जो यू.के. के लिए सुरक्षित और वैध मार्गों की जानकारी प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि यह पहल लोगों को सही मार्गदर्शन देकर सीधे पहुंच उपलब्ध कराती है और उनके भविष्य को सुरक्षित करने में मददगार है।
बैठक के दौरान ब्रिटिश डिप्टी हाई कमिश्नर कैरोलिन रोवैट ने भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार द्वारा नशे की समस्या पर सख्ती से कार्रवाई करने की प्रशंसा की। उन्होंने राज्य में खेलों को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा की गई ठोस पहलों की भी सराहना की।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि भारत और यू.के. के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौता पंजाब और ब्रिटेन, दोनों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा।