देश के उत्तरी इलाकों में मानसून एक बार फिर एक्टिव हो गया है। हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बुधवार रात भारी बारिश हुई। कोटखाई के खलटूनाला की पहाड़ियों में सुबह 3 बजे बादल फटने से नाले में मलबा आ गया। इससे तराई में बना पेट्रोल पंप और 6 से ज्यादा गाड़ियां दब गईं। पंप पर काम करने वाले कर्मचारियों ने भागकर जान बचाई।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू और शिमला में बुधवार शाम को भी 4 जगह बादल फटे। कुल्लू के श्रीखंड और तीर्थन वैली, शिमला जिला के फाचा के नांटी गांव और काशापाठ में बादल फटने के बाद नदी-नालों में बाढ़ आ गई।
अचानक आई बाढ़ में फंसे 4 लोगों को सेना ने रेस्क्यू किया। इन लोगों को पूह मिलिट्री कैंप में ले जाया गया। भारी बारिश के कारण ऊना, कुल्लू के बंजार सब डिवीजन, शिमला के जुब्बल और मंडी के थुनाग में स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है।
हिमाचल आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में बारिश और उससे जुड़ी घटनाओं में 323 सड़कें बंद हो गईं हैं।