पहली बार मुख्यमंत्री द्वारा धूरी में ‘मुख्यमंत्री सहायता केंद्र’ लोगों को समर्पित

 

धूरी (संगरूर), 21 मई:

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज धूरी हलके के निवासियों के लिए प्रभावी, पारदर्शी और सुलभ शासन सुनिश्चित करने हेतु यहाँ नव-निर्मित ‘मुख्यमंत्री सहायता केंद्र’ लोगों को समर्पित किया।

इस केंद्र को समर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह केंद्र धूरी हलके के निवासियों के लिए एक ही छत के नीचे सभी सरकारी सेवाओं तक पहुँचने के लिए ‘सिंगल विंडो सिस्टम’ के रूप में काम करेगा। उन्होंने आगे कहा कि इस पहल का उद्देश्य लोगों और सरकारी कार्यालयों के बीच की खाई को खत्म करना, पारदर्शिता बढ़ाना, धूरी विधानसभा क्षेत्र के निवासियों के लिए डेटा और उसके विश्लेषण तक पहुँच को बेहतर बनाना, और नागरिकों की शिकायतों का शीघ्र निपटारा सुनिश्चित करना है।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह केंद्र नागरिक-केंद्रित शासन को बढ़ावा देगा, जनता का विश्वास कायम करेगा और सेवा प्रदान करने में प्रभावी ढंग से वृद्धि करेगा।

मुख्यमंत्री ने बताया कि यह केंद्र 1.21 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित किया गया है और इसमें छह काउंटर तथा एक रिसेप्शन डेस्क है। उन्होंने आगे कहा कि इसमें एक मीटिंग-कम-कॉन्फ्रेंस हॉल भी शामिल है। इसका मुख्य उद्देश्य जनता और सरकारी कार्यालयों के बीच समन्वय को बेहतर बनाना है। भगवंत सिंह मान ने जोर देकर कहा कि यह केंद्र सार्वजनिक मुद्दों का समय पर समाधान करने में मदद करेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि एक पीसीएस अधिकारी इस केंद्र का प्रभारी होगा। यह अधिकारी लोगों को सेवाएं देने की व्यवस्था की निगरानी करेगा और क्षेत्र में विकास परियोजनाओं की भी देखरेख करेगा। उन्होंने आगे कहा कि स्वास्थ्य, राजस्व, सामाजिक सुरक्षा, पुलिस और प्रशासन सहित विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि केंद्र में मौजूद रहेंगे। भगवंत सिंह मान ने बताया कि पंजाब सरकार इस समय सेवा केंद्रों के माध्यम से 443 सेवाएं प्रदान करती है और यह नई सुविधा लोगों को सेवाओं तक आसानी से पहुँचने में मदद करेगी।

उन्होंने आगे बताया कि पेंशन योजनाओं, आयुष्मान भारत योजना, आशीर्वाद योजना, लेबर कार्ड, आधार कार्ड अपडेट और अन्य कई योजनाओं के लिए फॉर्म भरने की प्रक्रिया इस केंद्र में ही होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र की मुख्य विशेषताओं में से एक यह है कि नागरिकों को अब बार-बार कार्यालयों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी। इसके बजाय काम पूरा होने तक यह केंद्र संबंधित विभागों के पास पैरवी करेगा।

मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि सांझ केंद्रों के माध्यम से पासपोर्ट जारी करने, चरित्र प्रमाण पत्र, एफ.आई.आर., डी.डी.आर. की प्रतियां और लाउडस्पीकरों तथा कार्यक्रमों के लिए एन.ओ.सी. जैसी सेवाओं से संबंधित दस्तावेज तैयार करने में सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि मुख्यमंत्री सहायता केंद्र का उद्देश्य सरकारी कार्यालयों में नागरिकों को आमतौर पर पेश आने वाली परेशानी को खत्म करना है। भगवंत सिंह मान ने उम्मीद जताई कि यह केंद्र आम लोगों के लिए उम्मीद की किरण बनकर उभरेगा।

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