पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शुक्रवार को घोषणा की कि लुधियाना में बुड्ढा नाला की सफाई तीन चरण की रणनीति बनाकर शुरू की जाएगी। दरअसल, विश्व प्रसिद्ध नेब्यूला समूह के साथ एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने जल प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए इस समूह की विशेषज्ञता की सराहना की। उन्होंने कहा कि वर्तमान अभियान नेबुला ग्रुप के सहयोग से शुरू किया जाएगा और नेबुला ओजोनेशन तकनीक के साथ-साथ कैंसर का कारण बनने वाली अशुद्धियों को नैनो स्तर पर साफ किया जाएगा। इसका उद्देश्य पानी का टीडीएस (कुल घुलनशील ठोस पदार्थ) का स्तर 100 से नीचे गिरा कर इसे पीने के योग्य बनाना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह गर्व की बात है कि नेबुला ओजोनेशन के पास ऐसी नैनो स्तर की तकनीक है, जिसने पानी की अशुद्धियों और कैंसर पैदा करने वाले तत्वों को साफ करने में अपना महत्व साबित किया है। राज्य सरकार द्वारा शुरू किए जाने वाले तीन चरण के कार्यक्रम का उद्देश्य बुड्ढा नाला की पानी की गुणवत्ता में सुधार करना है। इस समूह की टीम ने पंजाब जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड, पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीपीसीबी) और अन्य संबंधित पक्षों के अधिकारियों के साथ बुड्ढा नाला का भी दौरा किया है।
वास्तव में, परियोजना के पहले चरण में लधियाना में नमूना बिंदुओं की पहचान करने के लिए सीवरेज नेटवर्क के अध्ययन के लिए एक अल्ट्रासोनिक जल मीटरिंग प्रणाली और मॉडलिंग सॉफ्टवेयर स्थापित करना शामिल है। दूसरे चरण में समस्याग्रस्त नालों की पहचान करने और सीवेज स्तर में सुधार के लिए दूषित पानी के उपचार के लिए छोटे पैमाने पर उपचार प्रणाली स्थापित करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। तीसरा चरण बूढ़ा नाला लाइनिंग की योजना और कार्यान्वयन पर केंद्रित होगा।