लुधियाना : सैंट्रल जी.एस.टी. विभाग के प्रीवेंटिव विंग ने महानगर की एक कम्पनी में छापामारी की। इस दौरान करोड़ों रुपए की बोगस बिलिंग का मामला सामने आया है। करीब 2 दर्जन अधिकारियों ने कम्पनी के सारे दस्तावेजों को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
फिलहाल खबर लिखे जाने तक कितने की कर चोरी है, के सही आंकड़े की सरकारी पुष्टि नहीं हो पाई है। सूत्रों से पता चला है कि यह मामला करोड़ों में जाएगा। पता चला कि विभाग ने यह कार्रवाई किसी शिकायत के आधार पर की है। शिकायतकर्त्ता ने विभाग को विस्तार के साथ सारे फर्जी बिल के दस्तावेज सौंपे है। वहीं आज की सैंट्रल जी.एस.टी. की छापामारी को लेकर तमाम फर्नेस इंडस्ट्री में रोष उत्पन्न हो गया है।
इस संबंध में इंडक्शन फर्नेस एसोसिएशन का कहना है कि हमें कैसे मालूम होगा कि जिससे माल खरीदा गया है और जिसको माल बेचा है, ने विभाग को जी.एस.टी. जमा करवाया है या नहीं। लेकिन हम जिससे माल खरीदते हैं, उसे पूरा जी.एस.टी. अदा करते हैं। इसके बावजूद विभाग पीछे वाली पार्टी और आगे वाली पार्टी को पकड़ने की बजाय हम जैसे टैक्स भरने वाली कम्पनियों को ही दोबारा पकड़ने आ जाती है।
सरकार से अपील है कि स्क्रैप पर 18 प्रतिशत की बजाय 5 फीसदी जी.एस.टी. कर दे। इससे कोई पार्टी टैक्स चोरी नहीं कर पाएगी। इस सबंध में कई बार सरकार को प्रस्ताव भेजे जा चुके हैं।