एक तरफ धान की खरीद को लेकर किसान सड़कों पर उतर आए हैं तो दूसरी तरफ कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने दावा किया है कि रूपनगर जिले में धान की खरीद और भुगतान जोर-शोर से चल रहा है। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने कृषि कानून रद्द करने के मामले में पंजाब के किसानों से बदला लेने की मानसिकता से धान खरीद को प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित किया है।
उन्होंने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि रूपनगर जिले की मंडियों में अब तक 62065 टन धान की आवक हो चुकी है, जिसमें से लगभग 59354 टन धान की खरीद हो चुकी है और उठान प्रक्रिया भी तेजी से चल रही है। रूपनगर जिले की नंगल और सुरेवाल मंडियों में अब तक धान की रिकॉर्ड खरीद और भुगतान किया गया है। इसके साथ ही वे अगमपुर, कीरतपुर, भरतगढ़, नंगल और सुरेवाल के बाजारों में खरीद और वितरण कार्यों का लगातार मूल्यांकन कर रहे हैं। इस दावे के साथ उन्होंने कहा कि मंडियों में किसानों से धान की खरीद तय समय में सुनिश्चित की गई है।
साथ ही उन्होंने केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार के सौतेले व्यवहार के कारण पंजाब के किसानों को चुनौतियों का सामना करना पड़ा। पंजाब सरकार द्वारा धान की फसल की त्वरित खरीद और वितरण सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है, लेकिन पिछले सीज़न के दौरान केंद्र सरकार द्वारा खरीदी गई फसलों का संग्रह न होने के कारण भंडारण क्षमता कम हो गई, जिसके कारण खरीद और धान की डिलीवरी में देरी हुई।न