आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया है। दरअसल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पेरिस में चल रहे ओलंपिक में जाना चाहते थे, लेकिन बीजेपी की केंद्र सरकार ने इसकी इजाजत नहीं दी। आम आदमी पार्टी ने इसे लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
आम आदमी पार्टी, पंजाब प्रदेश महासचिव और पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन हरचंद सिंह बर्स्ट ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को फ्रांस जाने की इजाजत न देने की कड़े शब्दों में आलोचना की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने ओलंपिक में जाने की इजाजत न देकर पंजाब के 3 करोड़ लोगों के साथ धक्का किया है, क्योंकि भारत की हॉकी टीम में ज्यादातर खिलाड़ी पंजाब से हैं। भगवंत सिंह मान को हॉकी टीम का मनोबल बढ़ाने के लिए पेरिस जाने से रोकना पंजाब के प्रति एक और भेदभाव दर्शाता है। जबकि वह अपने खर्चे पर पेरिस ओलंपिक में जाना चाहते थे। यह संवैधानिक रूप से निर्वाचित व्यक्ति के मौलिक अधिकारों को प्रतिबंधित करने के समान है।
साथ ही बर्स्ट ने पुराने संदर्भ देते हुए कहा कि आप नेताओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जाने से रोकना कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी मोदी सरकार ने आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सिंगापुर जाने की इजाजत नहीं दी थी, क्योंकि केजरीवाल वहां जाकर वहां की शैक्षणिक व्यवस्था का अध्ययन करना चाहते थे।
इसके सिवा प्रदेश महासचिव ने कहा कि 26 जनवरी की परेड में पंजाब की झांकी को शामिल न करना, बाढ़ के कारण पंजाब के किसानों-मजदूरों को मुआवजा न देना, पंजाब के किसानों-मजदूरों को दिल्ली जाने से रोकना, पंजाब के ग्रामीण विकास फंड को रोकना मिशन फंड और केंद्रीय बजट में पंजाब को कोई मदद न देना, प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी की पंजाब और पंजाबीयत के प्रति नफरत को दर्शाता है।