चंडीगढ़: पंजाब विधानसभा की कार्यवाही के दौरान विधायक गुरदेव सिंह देवमान ने बड़े जल संकट को लेकर प्रस्ताव पेश किया है। उन्होंने प्रस्ताव रखा कि पर्यावरण संरक्षण तथा राज्य में दिन-प्रतिदिन घटते जल स्तर को बचाने के लिए तत्काल प्रभावी कदम उठाए जाएं ताकि गिरते भूजल स्तर को रोका जा सके। इस प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विभिन्न विधायकों ने अपने विचार सांझा किए।
कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारूचक ने कहा कि यह समाज का मामला है और हमारा अस्तित्व इससे जुड़ा हुआ है। कई साल पहले हमारे गुरुओं ने भी पानी के बारे में बहुत गंभीरता से बात की थी। कटारूचक ने कहा कि हम सभी को जल संरक्षण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पठानकोट में चक्की नदी पर एक बहुत बड़ी झील भी बनाई जा सकती है और इससे जल संरक्षण में मदद मिलेगी।
विधायक दिनेश चड्ढा ने कहा कि जल संरक्षण के लिए सख्त कानून बनाने की जरूरत है। इस बारे में बोलते हुए विधायक मनप्रीत सिंह अयाली ने कहा कि यह गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि ट्यूबवेल के माध्यम से भी जमीन से पानी निकाला गया और धान की खेती शुरू हुई। इससे हरी क्रांति और प्रगति आई, लेकिन धान की खेती के लिए कई पेड़ काट दिए गए। आज पक्षियों के बैठने के लिए कोई पेड़ नहीं है। इसके लिए जागरूकता की बहुत आवश्यकता है।