लुधियाना: पंजाब की राजनीति में मंगलवार को एक बड़ी हलचल देखने को मिली, जब आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने पश्चिमी हलके के उपचुनाव में उम्मीदवार संजीव अरोड़ा को कैबिनेट मंत्री बनाने की घोषणा कर दी। केजरीवाल, मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ हैबोवाल और बाड़ेवाल में संजीव अरोड़ा के समर्थन में आयोजित विशाल रैलियों को संबोधित करने पहुंचे।
केजरीवाल ने कहा कि संजीव अरोड़ा कोई नेता नहीं हैं और उन्हें राजनीति का शौक नहीं, बल्कि वह एक साधु प्रवृत्ति के इंसान हैं, जो स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में हर किसी की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। इसी संदर्भ में उन्होंने एक बच्चे के इलाज के लिए संजीव अरोड़ा द्वारा 12 करोड़ रुपये इकट्ठा करने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस उपचुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार को वोट देने का कोई फायदा नहीं है क्योंकि उसके पास न तो पावर होगी और न ही फंड, जिससे वह लोगों के काम करवा सके। इसके विपरीत संजीव अरोड़ा विधायक बनने से पहले ही जनता की समस्याएं हल करवा रहे हैं और उनका ध्यान प्रचार से ज्यादा जनता के काम करवाने पर रहता है।
इस दौरान केजरीवाल ने एक और उदाहरण देते हुए कहा कि 70 सालों से पेंडिंग चल रहे ‘लाल लकीर’ के दायरे में आने वाले लोगों की रजिस्ट्री का मामला संजीव अरोड़ा ने सिर्फ 2 महीनों में हल करवाने की कोशिश की, जो अपने आप में एक मिसाल है। केजरीवाल ने कहा कि एक ओर जहां आशू लोगों का अपमान करते हैं, वहीं संजीव अरोड़ा के पास लोगों के लिए प्रेम है। इसी कारण लोग उन्हें भारी बहुमत से जिताकर मंत्री बनाएंगे, जिनके पास फंड और पावर की कोई कमी नहीं होगी।