डॉक्टरों और स्टाफ की सुरक्षा का मामला पीजीआई में गंभीरता से लेते हुए इस काम में अब टेक्नोलॉजी की मदद ली जाएगी। दरअसल पीजीआई सुरक्षा को लेकर एक ऐप बनने जा रहा है, जो हर स्टाफ और डॉक्टर के मोबाइल पर होगा, जो आपात स्थिति में उनकी मदद करेगा। जानकारी मुताबक पिछले दिनों डॉक्टरों की हड़ताल के बाद निदेशक डा. विवेक लाल ने एक सुरक्षा समिति का गठन किया है। इसमें संस्थान के कई वरिष्ठ शिक्षक शामिल हैं। समिति ने एक ऐप बनाने का प्रस्ताव दिया था, जिसे लेकर आईटी सेल से बात हो रही है। सुरक्षा गार्ड और उपकरण हमेशा एक जैसे नहीं हो सकते। ऐसे में यह ऐप कारगर साबित होगा। इसे किसी अन्य ऐप की तरह प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।
खास बात यह होगी कि अगर कोई स्टाफ है, जिसके फोन में यह ऐप है, वह किसी मुसीबत या आपात स्थिति में है तो तीन बार क्लिक करते ही सूचना कंट्रोल रूम तक पहुंच जाएगी। पीजीआई कैंपस में उसकी लोकेशन, वह किस विभाग का है, किस कमरे में है, इसकी जानकारी भी कंट्रोल रूम में चली जाएगी। ऐप में एक और खास बात यह होगी कि न केवल पीजीआई कंट्रोल रूम बल्कि कर्मचारी इसमें दो या तीन नंबर जोड़ सकेंगे। इसमें परिवार और दोस्तों के नंबर भी शामिल किए जा सकते हैं। साथ ही सभी को अलर्ट और लोकेशन मिल सकेगी। समिति के एक वरिष्ठ सदस्य के मुताबिक, अस्पताल में सुरक्षा को लेकर नई चीजें शुरू होने जा रही हैं, जो काफी एडवांस लेवल की हैं, लेकिन ऐप बनाने की योजना को मंजूरी इसलिए दी गई है क्योंकि अगर कैंपस में कोई आपात स्थिति होती है। रात या ऐसी जगह जहां वो डिवाइस नहीं है लेकिन सबके पास मोबाइल है तो ऐसी स्थिति में ये ऐप बहुत काम आएगा।