अरोड़ा ने पंजाब के लोगों और समाजिक संगठनों से की अपील, कहा – नशे के विरुद्ध अभियान में सरकार का सहयोग करें

 

 

चंडीगढ़, 31 मार्च

आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने पंजाब सरकार के नशे के खिलाफ अभियान ‘युद्ध नशयां विरूद्ध’ की सफलता के बारे में बताया और 30 मार्च तक हुई पुलिस कार्रवाई की जानकारी मीडिया के साथ साझा की।

सोमवार को अमन अरोड़ा ने आप नेता डॉ सनी आहलूवालिया और गुरदेव लखना के साथ चंडीगढ़ पार्टी कार्यालय में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि ‘युद्ध नशयां विरूद्ध’ अभियान के नतीजे बेहद उत्साहजनक है और पूरे पंजाब में इसके अच्छे नतीजे देखने को मिल रहे हैं। आम लोग भी सरकार के इस अभियान से बेहद खुश हैं और वे खुलकर इसकी तारीफ कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस द्वारा यह अभियान पूरे राज्य में सफलतापूर्वक चलाया जा रहा है। अब तक भारी मात्रा में हेरोइन, अफीम और गांजा समेत करीब 2400 किलो नशीले पदार्थ बरामद किए गए हैं। वहीं नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटांसेज एक्ट (एनडीपीएस) के तहत 2721 केस दर्ज हो चुके हैं और 4592 नशा तस्करों को अब तक पकड़ा जा चुका है।

इसके अलावा करीब 8.5 लाख से ज्यादा नशीली दवाओं की गोलियां और 5.87 करोड़ रुपए से ज्यादा नगद बरामद किए गए हैं। वहीं नशा तस्करी से जुड़े 51 लोगों के इमारतों को ध्वस्त किया गया है। इन लोगों ने नशे के पैसे से इन मकानों को अवैध तरीके और अवैध कब्जा कर बनाया था। इसके अलावा पुलिस एनकाउंटर में 52 तस्कर जख्मी हुए हैं।

अरोड़ा ने कहा कि आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री भगवंत मान का यह संकल्प है कि वे पंजाब से नशा और नशा तस्करों को पूरी तरह खत्म कर देंगे। अरोड़ा ने पिछली कांग्रेस और अकाली- भाजपा सरकार की आलोचना की और तीनों पार्टियों पर नशे को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने तस्करों को संरक्षण दिया जिसके कारण पंजाब में बड़े पैमाने पर नशा फैला।

उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान जितनी सख्ती पंजाब पुलिस ने की है, उसकी वजह से नशा तस्कर अपने घरों में ताले लगाकर फरार हो गए हैं। बहुत सारे नशा तस्कर पकड़े भी गए हैं और बहुत सारे नशा तस्कर पुलिस एनकाउंटर में जख्मी भी हुए हैं। वहीं इस मुहिम के शुरू होने के बाद से पाकिस्तान से नशा तस्करी में भारी गिरावट आई है क्योंकि पाकिस्तान के ड्रग तस्करों को यहां पर उनका ड्रग उठाने वाला ही कोई नहीं मिल रहा है और अगर कोई यह काम करता भी है तो पुलिस उसे तुरंत पकड़ लेती है, जिसकी वजह से सप्लाई चैन टूट गई है।

वहीं ड्रग डिमांड को कम करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा बड़े स्तर पर काम किया जा रहा है। सरकार और निजी अस्पतालों एवं सभी नशा मुक्ति केन्द्रों नशे से पीड़ित व्यक्तियों को अच्छे इलाज और काउंसलिंग के जरिए नशा छुड़ाया जा रहा है। इसलिए डिमांड में भी काफी कमी आई है।

अरोड़ा ने पंजाब के लोगों और सामाजिक संगठनों से इस अभियान में सरकार का सहयोग करने की और कहा कि हम सब मिलकर जब ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों नशे के प्रति जागरूक करेंगे तभी पंजाब से नशा जड़ से खत्म हो सकता है।

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