डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा अमेरिका का राष्ट्रपति बनने से वहां अवैध रूप से घुसे भारतीय अप्रवासियों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। दरअसल, अमेरिका में फिर से सख्त आव्रजन नीति लागू की जाएगी। दूसरे कार्यकाल की तैयारी के लिए ट्रंप की हालिया नियुक्तियां आप्रवासन पर सख्त रुख की ओर इशारा करती हैं। ट्रंप की सख्ती का असर वर्क वीजा पर अमेरिका में कानूनी तौर पर रह रहे भारतीय प्रवासियों पर भी पड़ेगा।
आप को बता दें कि डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने आने वाले प्रशासन में पूर्व कार्यवाहक आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन निदेशक टॉम होमन को “सीमा जार” (सीमा अधिकारी) नियुक्त किया है। ट्रंप ने कहा कि मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि पूर्व आईसीई निदेशक और सीमा नियंत्रण अनुभवी टॉम होमन हमारे देश की सीमाओं की देखरेख के लिए ट्रम्प प्रशासन में शामिल होंगे। ट्रम्प ने कहा कि होमन दक्षिणी और उत्तरी सीमाओं और “समुद्री और विमानन सुरक्षा” की देखरेख करेंगे, साथ ही अवैध एलियंस को उनके मूल देशों में निर्वासित करेंगे, जो उनके एजेंडे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। दूसरी तरफ कार्यभार ग्रहण करने के बाद होमन ने कहा कि वह संयुक्त राज्य अमेरिका में अब तक का सबसे बड़ा निर्वासन अभियान लागू करेंगे।
आप को बता दें कि हाल के वर्षों में गुजरात और पंजाब से अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने वाले भारतीयों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। उनमें से कई मेक्सिको और कनाडा के रास्ते अमेरिका आये हैं। ऐसे में जहां ट्रंप द्वारा होमन की नियुक्ति से ऐसे लोगों के निर्वासन की संख्या बढ़ने की आशंका है तो वहीं होमन के इस ऐलान से भारतीय नागरिकों के साथ-साथ और विदेशीयों की चिंता भी बढ़ गई है।