पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने तख्त साहिब के जत्थेदार के सम्मान को नष्ट करने की कोशिश करने वाले अकाली नेताओं की कड़ी निंदा करते हुए आज कहा कि अगर राज्य सरकार को इस संबंध में शिकायत मिलती है, तो राज्य सरकार दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।
इस संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि तख्त साहिब के जत्थेदार का पद सदियों से सिखों का सर्वोच्च अधिकार रहा है। पिछले कुछ समय से पूरी मानवता ने अकाली नेताओं का शर्मनाक चेहरा देखा है जो अपने संकीर्ण हितों के लिए जत्थेदार साहिब की सत्ता को नष्ट करने का प्रयास कर रहे हैं। अकाली नेताओं ने शर्मनाक तरीके से तख्त साहिब के जत्थेदार साहिब के अधिकारों का घोर अपमान किया है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि अकाली नेताओं द्वारा केवल एक परिवार के राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए ऐसा मूर्खतापूर्ण और अहंकारी रवैया अपनाया जा रहा है, जो बेहद निंदनीय है। यह परिवार पहले ही पंजाब, खासकर सिख समुदाय को अपूरणीय क्षति पहुंचा चुका है। अकाली नेतृत्व की हालिया कार्रवाई ने सिख समुदाय के दिलों को अंदर तक झकझोर कर रख दिया है, जिसके चलते इस जघन्य कृत्य के लिए जिम्मेदार लोगों को माफ नहीं किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जत्थेदार साहिब को धमकी देना और उनके खिलाफ जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करना और परिवार के सदस्यों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करना असहनीय है। हालांकि राज्य सरकार इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करती है, लेकिन उन्होंने आश्वासन दिया कि अगर पंजाब सरकार को शिकायत मिलती है, तो जत्थेदार साहिब और उनके परिवार के खिलाफ जघन्य अपराध करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। जिन लोगों ने इस अपराध को अंजाम दिया है, भले ही उनकी सोशल मीडिया पर फर्जी आईडी है। यदि ऐसा किया गया तो इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।