पंजाब में नशे की छठी नदी का प्रकोप जारी है, राज्य सरकार के अथक प्रयासों के बावजूद भी युवा दिन-ब-दिन नशे का शिकार हो रहे हैं। ताजा मामला बरनाला का है, जहां विधानसभा हलका भदौड़ के गांव साहना में दो बच्चों के पिता की मौत हो गई। मृतक की पहचान गुरप्रीत दास के रूप में हुई है, जिसकी मौत का कारण नशीली दवाओं का ओवरडोज़ माना जा रहा है।
इस मौके पर मृतक के परिजनों ने कहा कि वे गरीब परिवार से हैं। मृतक गुरप्रीत दास के परिवार में उनकी पत्नी, 8 साल और 10 महीने की दो बेटियां और उनकी 80 वर्षीय मां हैं। परिजनों ने बताया कि उसके पिता की पहले ही मौत हो चुकी है और 2 बहनों की शादी हो चुकी है और बड़ा भाई भी गांव में अलग रहता है।
परिजनों ने बताया कि मृतक गुरप्रीत दास दैनिक मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। परिवार पर दो लाख रुपये का भारी कर्ज होने के कारण वह हमेशा मानसिक रूप से परेशान रहता था, जिसके कारण वह नशे की दलदल में फंस गया। अपनी लत को पूरा करने के लिए उसने अपने घर का सामान तक बेच दिया।
जवान बेटे के चले जाने के बाद उसकी पत्नी और बीमार बूढ़ी मां समेत 2 छोटी-छोटी बच्चियों का सहारा बनने वाला कोई नहीं रह गया। इसलिए पीड़ित परिवार ने जहां नशा तस्करों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है, वहीं पंजाब सरकार से एनआरआई और समाजसेवियों के परिवार के आर्थिक रूप से कमजोर परिवार, 2 छोटी बच्चियों और एक बुजुर्ग बीमार मां की आर्थिक मदद की गुहार लगाई है।