असम के मोरीगांव जिले में तेज गति से आ रही ट्रेन की चपेट में आने से एक वयस्क जंगली हाथी की मौत हो गई। वन अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि यह घटना सुबह करीब 5 बजे गुवाहाटी शहर के बाहरी इलाके जगीरोड इलाके में हुई। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के अनुसार, यह हाथी गलियारा नहीं था, इसलिए यहां गति प्रतिबंध नहीं थे।
एनएफआर के एक अधिकारी ने बताया कि हमारी रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना सुबह 4:52 बजे हुई और यह सुबह का समय था, इसलिए लोको-पायलट हाथी को ठीक से नहीं देख पाया। हालांकि, लोको-पायलट ने आखिरी समय में गति कम करने की कोशिश की। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रेन की चपेट में आने से हाथी को गंभीर चोटें आईं और उसने चलने की कोशिश की, लेकिन वह पटरियों के पास गिर गया और कुछ ही मिनटों में उसकी मौत हो गई।
घटना के बाद वन अधिकारियों की एक टीम मौके पर पहुंची और डॉक्टरों ने मौत की पुष्टि की। अधिकारियों ने कहा कि जंगली हाथी की मौत अंदरूनी चोटों, खासकर सिर में चोट लगने के कारण हुई। अधिकारियों के अनुसार, ऐसा संदेह है कि जंगली हाथी झुंड से भटक गया था और भोजन की तलाश में जंगल से बाहर आ गया था। वन विभाग और एनएफआर कर्मचारियों के संयुक्त प्रयासों से शव को ट्रैक से हटा दिया गया और बुधवार शाम को वन क्षेत्र के पास दफना दिया गया।