नाभा में एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है, जहां अनाज मंडी के अंदर एक गरीब परिवार के प्रवासी मजदूर के तीन वर्षीय बेटे की बैंक के पास रखे जनरेटर के खुले तारों के कारण करंट लगने से मौत हो गई। इस के बाद गुस्साए कर्मचारियों ने बैंक के बाहर बच्चे का शव रखकर धरना दिया। पुलिस ने लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अनाज मंडी के अंदर एसबीआई बैंक की शाखा नाभा में शाखा भवन के पीछे सरकारी सड़क पर अवैध रूप से रखे जनरेटर को खोल दिया गया, जिसकी तारें खुली हुई थीं। इस दौरान मजदूर परिवार के बच्चे जनरेटर के पास खेल रहे थे और जनरेटर में करंट आने से तीन साल के बच्चे के पैर में करंट आ गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना के बाद परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है और स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। मौत के बाद जब बच्चे के परिजन बैंक आये तो बैंक कर्मियों ने बैंक का कैंची गेट बंद कर दिया और परिजनों की बात नहीं सुनी, जिससे नाराज कर्मियों ने बैंक के सामने धरना देकर न्याय की मांग की।
बैंक कर्मियों द्वारा बताया गया कि मैनेजर छुट्टी पर गये हैं और सीनियर के आने के बाद ही बात करने की बात कही गयी। दो घंटे बाद पहुंचे वरीय मुख्य प्रबंधक संतोष कुमार ने सीधे तौर पर कहा कि बैंक ने जेनरेटर लीज पर दिया है, जबकि बैंक ने जेनरेटर मालिक को कोई जगह नहीं दी है। पीछे सरकारी गली में जनरेटर रखा हुआ है।
मृतक आहिल की मां निखत के मुताबिक, कल जनरेटर ठीक करने आया व्यक्ति तारों को खुला छोड़ गया था। जनरेटर कई सालों से एक ही जगह पर पड़ा हुआ है, इससे पहले जनरेटर के पड़े रहने से ऐसी कोई दिक्कत नहीं हुई थी। इस मौके पर नाभा की सब्जी मंडी में काम करने वाले इस परिवार की मदद के लिए सब्जी मंडी के मजदूर आए और उन्होंने कहा कि बैंक कर्मचारियों ने बच्चे की मौत पर कोई अफसोस नहीं जताया और उल्टा गेट बंद कर दिया गया।