पंजाब : भाखड़ा डैम को लेकर इस समय की बड़ी खबर सामने आ रही है। भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) की आज हुई तकनीकी समिति की बैठक में पंजाब सरकार ने भाखड़ा डैम से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के मुद्दे का कड़ा विरोध किया। पंजाब सरकार ने केवल 5 हजार क्यूसेक अतिरिक्त पानी छोड़े जाने की अनुमति दी थी, जबकि बोर्ड चाहता था कि भाखड़ा डैम से एक बार में 70 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाए। लंबी चर्चा के बाद अब यह निर्णय लिया गया है कि कुल 45 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा।
इस बैठक में पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के शीर्ष अधिकारियों ने भाग लिया। बोर्ड के अध्यक्ष मनोज त्रिपाठी की अध्यक्षता में हुई चर्चा के दौरान डैम की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त पानी छोड़े जाने का मुद्दा सबसे ज़्यादा चर्चा में रहा। वर्तमान में भाखड़ा डैम का जलस्तर 1677 फीट दर्ज किया गया है और इस डैम से सतलुज नदी में 40 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। जल संसाधन विभाग के प्रमुख सचिव कृष्ण कुमार ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि वे डैम से 45 हजार क्यूसेक से ज़्यादा पानी नहीं छोड़ने देंगे। पंजाब सरकार ने इस बात पर आपत्ति जताई कि पिछले कुछ दिनों में बीबीएमबी ने अपनी मनमर्जी से डैमों से कम या ज्यादा पानी छोड़ने की प्रक्रिया बार-बार दोहराई है, जिससे नदियों के किनारों को नुकसान पहुंचा है और पंजाब के लिए कई मुश्किलें खड़ी हो गई हैं।