बठिंडा: जिला बठिंडा के गांव जिदा में हुए विस्फोट मामले ने सुरक्षा एजेंसियों के साथ-साथ आम जनता को भी हिलाकर रख दिया है। प्रारंभिक जांच में जो तथ्य सामने आए हैं, उन्होंने मामले को और भी सनसनीखेज बना दिया है। सूत्रों के अनुसार, आरोपी जम्मू-कश्मीर के किसी मिलिट्री स्टेशन पर फिदायीन हमला करने की फिराक में था। इसी योजना के तहत उसने ऑनलाइन विस्फोटक सामग्री मंगाई थी। इतना ही नहीं, उसने अपने कमर पर बांधने के लिए बेल्ट का भी इंतजाम कर लिया था, ताकि किसी भी समय धमाका कर सके।
एस.एस.पी. बठिंडा अवनीत कोंडल ने बताया कि फिलहाल पुलिस आरोपी से कोई भी बयान दर्ज नहीं कर पाई है, क्योंकि उसकी हालत बयान देने योग्य नहीं है और वह इस समय इलाजाधीन है। हालांकि, सूत्रों की मानें तो आरोपी को जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीम ने गुप्त तौर पर हिरासत में लेकर पूछताछ की है। उसके मोबाइल फोन से पाकिस्तान के मोस्ट वांटेड आतंकवादियों के फोटो और संपर्क नंबर भी मिले हैं। इससे संदेह और गहरा हो गया है कि आरोपी का सीधा संबंध सीमा पार आतंकी नेटवर्क से हो सकता है।
लेकिन दूसरी ओर आरोपी का परिवार एक अलग ही कहानी सामने ला रहा है। परिवार के मुताबिक, युवक पिछले दो साल से पीजीआई में मानसिक रोग का इलाज करवा रहा है। उनका कहना है कि वह आतंकवाद से जुड़ा नहीं है, बल्कि बीमारी की वजह से उसका मानसिक संतुलन बिगड़ा हुआ है।