लुधियाना—- में वेतन न मिलने से नाराज सेवा केंद्र कर्मचारियों ने कामकाज छोड़कर सेवा केंद्र में धरना लगा दिया और नारेबाजी शुरू कर दी। इससे काम करवाने आए लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
यूनियन प्रधान गुरप्रीत सिंह ने बताया कि वे लोगों की समस्याओं का हल करते हैं। लेकिन उनकी समस्याओं का हल कोई नहीं करता। उनसे मुफ्त में काम लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दो-दो महीने तक वेतन नहीं मिलता। अगर मिलता भी है तो एक महीने का, जिसमें से भी 2800 से 3000 रुपए काट लिए जाते हैं।
गुरप्रीत सिंह ने बताया कि उनका वेतन 10 हजार 500 रुपए है। एक शादीशुदा व्यक्ति इतने कम वेतन में अपने परिवार का पेट कैसे भर सकता है। ऊपर से वेतन भी पूरा नहीं मिलता। वेतन को लेकर कई बार शिकायत की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसलिए मजबूरी में उन्हें धरने का रास्ता अपनाना पड़ा।
उन्होंने कहा कि वे नहीं चाहते कि लोगों को परेशानी हो। लेकिन वे भी इंसान हैं। उनकी मांगों को कौन पूरा करेगा? उन्हें विश्वास दिलाया गया था कि 15 तारीख तक वेतन मिलेगा। लेकिन दो से तीन महीने से वेतन नहीं मिला है।