जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला द्वारा सिंधु नदी के पानी को पंजाब सहित अन्य राज्यों के साथ साझा करने से इनकार करने संबंधी बयान पर राजनीतिक टकराव तेज हो गया है। आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रवक्ता नील गर्ग ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए इसे “राष्ट्रीय संसाधन के राजनीतिकरण” की कोशिश करार दिया। उन्होंने कहा कि नदी जल बंटवारे जैसे अहम मुद्दे पर फैसला लेने का अधिकार सिर्फ केंद्र सरकार के पास है।
गर्ग ने कहा, “उमर अब्दुल्ला को यह अधिकार नहीं है कि वे सिंधु नदी के पानी को लेकर एकतरफा फैसला लें। यह पानी राष्ट्रीय संपत्ति है और पंजाब को इसका समान अधिकार है।”