पंजाब : पंजाब-हरियाणा में भाखड़ा नहर के पानी को लेकर चल रहे विवाद के बीच आज पंजाब विधानसभा में विशेष सत्र आयोजित किया गया। आज के इस विधानसभा सत्र में मंत्री तरुणपीत सिंह सोंद ने केंद्र सरकार के साथ-साथ कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार और कांग्रेस के बीच हुए समझौतों को लेकर कई आंकड़े पेश किए हैं। मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंद ने कहा कि हम पंजाबियों को यह नहीं पता था कि जिस देश की आजादी के लिए हमने लड़ाई लड़ी, उसके साथ इतना बड़ा विश्वासघात होगा। जिस दिन भारत आजाद हुआ उसी दिन से भाजपा ने सभी समझौते रद्द कर दिए।
मंत्री ने इस दौरान कहा कि खुद को पानी का संरक्षक कहने वालों ने पंजाब का सारा पानी लूट लिया है। उन्होंने आंकड़े पेश करते हुए कहा कि, जब हमारा देश आजाद नहीं था, तब बीकानेर फीडर पंजाब से होकर गुजरता था। देश के आजाद होने के बाद पंजाब का पानी मुफ्त कर दिया गया। वर्ष 1950 में पंजाब में कांग्रेस सरकार के दौरान गुलजारी लाल नंदा ने नदियों के लिए 2 परियोजनाओं पर काम किया। उस समय 12 किलोमीटर लंबी सुरंग काटकर पंजाब के पानी से धोखा किया गया था। पहले रावी का पानी ब्यास नदी में डाला गया और फिर सतलुज का पानी रावी में डाला गया। नंगल बांध भाखड़ा बांध से 13 किलोमीटर नीचे बनाया गया था। नंगल से 2 नहरें तथा हरि-के-पतन से 2 नहरें निकाली गई हैं। मंत्री ने गर्जते हुए कहा कि पंजाब के पास इन्होंने छोड़ा ही क्या है।