चंडीगढ़, 2 मई
मुख्यमंत्री पंजाब स भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा नशे के खिलाफ युद्ध की शुरुआत करके पंजाब के युवाओं को नशा मुक्त जीवन जीने और लोक कल्याण के इस कार्य में हिस्सा लेकर इस अभियान को जन आंदोलन बनाने पर जोर दिया जा रहा है। पिछली सरकारों ने अपने हितों की पूर्ति के लिए नशा तस्करों को अनदेखा करने के साथ-साथ तस्करों को राजनीतिक सुरक्षा प्रदान की, जिसे राज्य के लोग भली-भांति जानते हैं। इन शब्दों को कैबिनेट मंत्री स हरदीप सिंह मुंडियां ने मैजेस्टिक रिसॉर्ट मोगा में नशा मुक्ति यात्रा के तहत आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने के दौरान व्यक्त किया।
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि राज्य में नशे के जड़ से खात्मे के लिए गांवों के पहरेदार के रूप में एक अनूठी शुरुआत की गई है, जो सही मायने में योद्धाओं की सेना होगी। पंजाब में नशे की बीमारी के खिलाफ यह निर्णायक जंग साबित होगी। नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए नशा मुक्ति यात्रा को हर गांव-वार्ड तक ले जाकर जन आंदोलन बनाया जाएगा, ताकि पंजाब को फिर से रंगला पंजाब बनाया जा सके।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों और तस्करों के बीच गठजोड़ करके पंजाब के युवाओं को गुमराह किया गया था और हमारी सरकार पुरानी सरकारों की गंदगी को साफ कर रही है। उन्होंने कहा कि अब पुलिस पर कोई राजनीतिक दबाव नहीं है, बल्कि नशे के सौदागरों पर कार्रवाई करके उन्हें जेलों में डाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पंजाब स भगवंत सिंह मान का नशा तस्करों को स्पष्ट संदेश है कि या तो नशे बेचना बंद कर दें या पंजाब छोड़ दें। उन्होंने कहा कि गांवों और वार्ड स्तर पर बनी डिफेंस कमेटियों को नशे के खात्मे के लिए अग्रणी भूमिका निभाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान पंजाब और पंजाबियों के हितों के लिए, चाहे वह नशे की बात हो या पानी की, डटकर पहरा दे रहे हैं। सरकार इस मामले में हर तरह की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है और 5 मई को पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र भी बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि पंजाब के अधिकारों पर केंद्र सरकार और पड़ोसी राज्य हरियाणा ने पहले पानी को लेकर चालें चलीं। पड़ोसी राज्यों को रियायतें देकर पंजाब के उद्योगों को नुकसान पहुंचाया। अब रिपेरियन राज्य के अधिकारों पर डाका डालने की चाल चलना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण सोच है, जो बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कैबिनेट मंत्री स हरदीप सिंह मुंडियां ने कार्यक्रम के दौरान गांवों के पंच, सरपंच, डिफेंस कमेटियों सहित उपस्थित व्यक्तियों को गांवों का पहरेदार बनकर नशे के कोढ़ को जड़ से खत्म करने का संकल्प दिलाया। पंडाल में बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों ने नशा मुक्ति यात्रा के झंडे हाथों में लेकर पंजाब सरकार के कंधे से कंधा मिलाकर नशे के खिलाफ आवाज बुलंद की। इससे पहले इप्टा टीम द्वारा नशे के बुरे प्रभावों के बारे में जागरूक करता हुआ एक नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर विधायक प्रोफेसर बलजिंदर कौर, डॉ. अमनदीप कौर अरोड़ा, स मनजीत सिंह बिलासपुर, स दविंदरजीत सिंह लाडी ढोंस और स अमृतपाल सिंह सुखानंद (सभी विधायक), नगर निगम मोगा के मेयर बलजीत सिंह चानी, एसएसपी अजय गांधी, एडीशनल डिप्टी कमिश्नर (जनरल) चारुमिता सहित पुलिस और सिविल प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।