चंडीगढ़, 23 अप्रैल
पहलगाम (जम्मू-कश्मीर) में हुए आतंकवादी हमले की दुर्भाग्यपूर्ण घटना की निंदा करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने बुधवार को कहा कि पंजाब पूरी तरह चौकस है और पंजाब में कानून-व्यवस्था बनाए रखना उनकी पहली प्राथमिकता है।
सिविल और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्दोष पर्यटकों पर यह आतंकवादी हमला एक क्रूर और अमानवीय कार्रवाई है। उन्होंने कहा कि इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता और उनका एकमात्र उद्देश्य लोगों में दहशत फैलाना है। इस दौरान प्रदेश में शांति और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए राज्य सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराते हुए भगवंत सिंह मान ने कहा कि वे किसी भी तरह की चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और किसी को भी प्रदेश में कड़ी मेहनत से हासिल शांति को भंग करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अंतरराज्यीय और एक जिले को दूसरे जिले से जोड़ने वाले स्थानों, विशेष रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में जांच और गश्त पहले ही तेज कर दी गई है। उन्होंने कहा कि पंजाब नशे और आतंकवादियों के खिलाफ देश की लड़ाई लड़ रहा है और प्रदेश से पर्यटकों को वापस लाने के लिए जम्मू-कश्मीर सरकार के साथ लगातार संपर्क में है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि तस्करों, गैंगस्टरों और आतंकवादियों का एक गठजोड़ ड्रोन के माध्यम से प्रदेश की शांति भंग करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही राज्य सरकार ड्रोन के माध्यम से हथियारों और नशे की तस्करी रोकने के लिए एंटी-ड्रोन तकनीकों का उपयोग करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और पूरे पंजाब में सख्त चौकसी रखी जा रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी कानून का उल्लंघन न करे। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस ऐसी किसी भी कोशिश को नाकाम करने में पूरी तरह सक्षम है और सेना, बीएसएफ और पंजाब पुलिस के बीच पूर्ण समन्वय सुनिश्चित किया जा रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब के पास सीमा पर प्रांतीय पुलिस के रूप में दूसरी पंक्ति में मजबूत रक्षा रेखा है, जो प्रदेश में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पंजाब में पर्यटन स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और किसी को भी प्रदेश में कानून-व्यवस्था भंग करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह हमला एक घृणित कृत्य है क्योंकि कोई भी धर्म ऐसे घृणित अपराध की इजाजत नहीं देता। उन्होंने कहा कि यह हिंसा मानवता के खिलाफ अपराध है और धर्म, क्षेत्र, समुदाय या किसी अन्य विचारधारा की परवाह किए बिना हर कोई इसकी कड़े शब्दों में निंदा करे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब की सीमा पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर से लगती है, इसलिए प्रदेश पूरी तरह चौकस है और देश-विरोधी ताकतों पर बाज-नजर रखी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब पुलिस की सक्रिय और निरंतर चौकसी के कारण प्रदेश की विरोधी ताकतों की साजिशों को नाकाम कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि पंजाब ने तस्करों, गैंगस्टरों और आतंकवादियों के खिलाफ जंग छेड़ी हुई है और उन्हें उनके बुरे मंसूबों में सफल नहीं होने दिया जाएगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब की मेहनत से हासिल की गई शांति को सुरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसके लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जा रही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की सीमाओं को पहले ही सील कर दिया गया है और पुलिस को रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि 160 से अधिक शैक्षणिक संस्थानों में चौकसी बढ़ा दी गई है, जहां कश्मीर के छात्र पढ़ रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पाकिस्तान प्रायोजित पंजाब-विरोधी और अपराधियों के देश-विरोधी गठजोड़ द्वारा चलाई गई किसी भी ऐसी अप्रत्यक्ष जंग से निपटने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह सक्षम है।
मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि शांति, सद्भावना और भाईचारा उनकी सरकार के एजेंडे में सबसे ऊपर हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इस संकट की घड़ी में हमारे महान गुरुओं, पीरों और पैगंबरों के उपदेशों के अनुसार हर कीमत पर शांति, सद्भावना और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखें। भगवंत सिंह मान ने लोगों से धार्मिक सहिष्णुता, एकता और भाईचारे के सिद्धांतों पर चलकर इन हालात में संयम बरतने की अपील भी की।
इस अवसर पर मुख्य सचिव के.ए.पी. सिन्हा, डीजीपी गौरव यादव और अन्य मौजूद थे।