चंडीगढ़/होशियारपुर, 21 अप्रैल
पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि कर चोरी को सख्ती से रोका जाएगा और कर चोरी करने वालों को कानून के अनुसार परिणाम भुगतने पड़ेंगे।
नशा विरोधी अभियान के संबंध में होशियारपुर के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार एक ईमानदार सरकार है, जबकि पिछली सरकारों के दौरान अकाली-भाजपा और कांग्रेस पार्टियों की कर चोरी करने वालों के साथ मिलीभगत थी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार किसी भी व्यक्ति को कर चोरी करने की अनुमति नहीं देगी और ऐसे मामलों में आवश्यक कार्रवाई होगी।
वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने जीएसटी संग्रह में हुई महत्वपूर्ण वृद्धि के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ‘आप’ सरकार ने वर्ष 2022-25 तक तीन वर्षों में जीएसटी से 64253 करोड़ रुपये प्राप्त किए, जबकि कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार को 2017-22 के दौरान केवल 21286 करोड़ रुपये प्राप्त हुए, जो दोनों सरकारों की पारदर्शिता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि कर चोरी करने वालों पर कड़ी नजर रखने के साथ-साथ कानून के अनुसार समय पर कार्रवाई करने के लिए टैक्स इंटेलिजेंस यूनिट की स्थापना की गई है।
स्टांप और पंजीकरण राजस्व प्राप्तियों के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने अपने पांच साल के कार्यकाल में 12469 करोड़ रुपये प्राप्त किए, जबकि ‘आप’ सरकार ने सिर्फ तीन वर्षों में 14786 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त करने में सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा कि कर चोरों के खिलाफ शिकंजा कसने पर उनके राजनीतिक विरोधी इसलिए शोर मचा रहे हैं क्योंकि वे उनके साथ मिले हुए हैं। उन्होंने कहा कि कर राजस्व प्राप्तियों में दिन-ब-दिन वृद्धि ‘आप’ सरकार द्वारा अपनाई गई पूरी तरह से पारदर्शी प्रणाली के कारण है, जिसे पिछली सरकारों के दौरान पूरी तरह से नजरअंदाज किया गया था। उन्होंने कहा कि कर चोरी को सख्ती से नियंत्रित करना हर सरकार का कर्तव्य है और कर विभाग इसे सुनिश्चित करने के लिए हर संभव उपाय करेगा।