शिक्षा मंत्री द्वारा भाखड़ा नहर पर पांच पुलों के निर्माण की घोषणा

 

 

 

चंडीगढ़, 17 अप्रैल:


पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री और श्री आनंदपुर साहिब से विधायक स हरजोत सिंह बैंस ने अपने हलके में 87.75 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से पुलों के निर्माण और ढांचागत विकास परियोजनाओं की घोषणा की है। इन परियोजनाओं का उद्देश्य ग्रामीण विकास को बढ़ावा देना और मानसून सीजन के दौरान सड़क संपर्क को बेहतर बनाना है।स हरजोत सिंह बैंस ने कहा, “इलाके की तस्वीर बदलने वाली ये महत्वपूर्ण परियोजनाएं जहां क्षेत्र में आवागमन नेटवर्क में क्रांति लाएंगी, वहीं सैकड़ों गांवों को जोड़ने के साथ-साथ हजारों निवासियों के लिए आर्थिक अवसरों में भी वृद्धि करेंगी।” उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार जनता की आवश्यकताओं को पूरा करने वाले अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है और साथ ही राज्य के पवित्र स्थलों के धार्मिक पर्यटन को भी प्रोत्साहित कर रही है।

उन्होंने बताया कि इन विकास परियोजनाओं में 34.06 करोड़ रुपए की लागत से दो पुल शामिल हैं। पहला पुल, जिसकी लंबाई 450 मीटर होगी, कलीत्तरां को बेला ध्यानी/बेला रामगढ़ से जोड़ेगा, जबकि दूसरा 300 मीटर लंबा पुल बेला ध्यानी/बेला रामगढ़ को पलासी से जोड़ेगा। उन्होंने बताया कि इन पुलों से कलीत्तरां, अजोली, ब्रह्मपुर, डड़ोली, भनूपली, दौणाल, नंगली और आसपास के लगभग 100-150 गांवों को लाभ होगा। इसके अतिरिक्त, ये पुल होला मोहल्ला के दौरान एक महत्वपूर्ण बाइपास की भूमिका निभाएंगे और मानसून सीजन में निर्बाध आवागमन सुनिश्चित करेंगे। शिक्षा मंत्री ने बताया कि इस परियोजना के लिए टेंडर 30 अप्रैल 2025 को खोले जाएंगे और 29 अप्रैल 2025 को शाम 5 बजे तक आवेदन लिए जाएंगे।

स हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि दूसरी महत्वपूर्ण परियोजना भल्लड़ी से महिंदपुर-खेड़ा कलमोट तक 36.15 करोड़ रुपए की लागत से एक नया 500 मीटर लंबा पुल है। इस संरचना में चौड़े रास्ते और संपर्क सड़कें (18 फुट चौड़ी) शामिल हैं, जिससे भल्लड़ी, भलाण, पलासी, पसीवाल, भनाम, नानगरा, मोजोवाल, गोलणी, महिलवा, महिंदपुर, छोटेवाल, हाजीपुर और सुखसाल समेत 150-200 गांवों के निवासियों को लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि यह पुल रोपड़ और होशियारपुर जिलों के बीच स्थित ऐतिहासिक श्री खुरालगढ़ साहिब (जो श्री गुरु रविदास जी के मीनार-ए-बेगमपुरा के रूप में प्रसिद्ध है) के बीच संपर्क बनाएगा और हिमाचल प्रदेश तक पहुंच को भी आसान बनाएगा। इस परियोजना के लिए दोबारा टेंडर प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी।

शिक्षा मंत्री ने यह भी बताया कि तीसरी परियोजना में 17.56 करोड़ रुपए की लागत से स्वां नदी पर स्थित कलवां-ऐलगरां-नंगल पुल की व्यापक मरम्मत की जाएगी।

इस दौरान उन्होंने यह भी जानकारी दी कि ब्रह्मपुर, डड़ोली, भावाल, अटारी और सरसा नगर में भाखड़ा नहर पर पांच पुल बनाए जाएंगे।

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि ये ढांचागत परियोजनाएं वर्षभर और हर मौसम में संपर्क सुनिश्चित करने के लिए तैयार की गई हैं ताकि विशेषकर मानसून सीजन के दौरान आवागमन बाधित न हो। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं में रुचि रखने वाले योग्य ठेकेदारों और एजेंसियों को निर्धारित समयसीमा और आवश्यकताओं के अनुसार ऑनलाइन टेंडर जमा कराने का आमंत्रण दिया जाता है।

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