पटियाला3 मिनट पहले
पंजाब और हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर गुरुवार सुबह हरियाणा पुलिस ने बैरिकेड हटाने का काम शुरू कर दिया। पुलिस यहां वाहनों की आवाजाही शुरू कराएगी। बुधवार को पंजाब पुलिस ने 13 महीने से बंद शंभू और खनौरी बॉर्डर को खाली करा लिया था।
केंद्र सरकार के साथ चंडीगढ़ में हुई सातवीं वार्ता के बाद किसान मजदूर मोर्चा (KMM) के संयोजक सरवण सिंह पंधेर और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के जगजीत सिंह डल्लेवाल समेत लगभग 200 किसान नेताओं को अलग-अलग स्थानों से हिरासत में ले लिया गया।
पुलिस ने दोनों बॉर्डर पर बुलडोजर से किसानों द्वारा बनाए गए शेड तोड़ दिए। हिरासत में लिए गए सभी किसान नेता भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। जगजीत सिंह डल्लेवाल को बुधवार रात जालंधर के PIMS अस्पताल लाया गया था। गुरुवार सुबह पुलिस उन्हें वहां से ले गई। बताया जा रहा है कि उन्हें जालंधर के ही किसी अन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सूत्रों के मुताबिक टकराव से बचने के लिए पंजाब पुलिस ने 72 घंटे पहले ही योजना बना ली थी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत जगह खाली कराने व रिपोर्ट सब्मिट करने के निर्देश के बाद पंजाब सरकार ने पुलिस को हर हाल में टकराव रोकने के आदेश दिए थे। किसान आंदोलन को लेकर मान सरकार की आलोचना हो रही थी। बड़े कारोबारियों को करोड़ों का नुकसान हो रहा था।
इसी के चलते जब केंद्र के साथ बैठक का समय तय हो गया तो पुलिस ने 72 घंटे पहले ही टकराव रोकने की योजना बना ली। इस गुप्त बैठक में 2 IAS अधिकारी और 4 IPS अधिकारी शामिल हुए। योजना के तहत कमांडो बटालियन के साथ 1,500 पुलिसकर्मी और अधिकारी तैनात किए गए। टकराव की आशंका को देखते हुए शंभू व खनौरी बॉर्डर से चंडीगढ़ में बैठक के लिए पहुंचे किसान नेता पंधेर और डल्लेवाल समेत अन्य को हिरासत में ले लिया गया।